250 खातों में घोटाले से मची खलबली, 50 लाख का फर्जीवाड़ा कर फरार हुआ डाककर्मी, अधिकारियों को भनक तक नहीं….

डाक विभाग में एक बड़े घोटाले का खुलासा हुआ है। इसकी गोपनीय जांच विभागीय टीम कर रही है। 250 खातों में करीब 50 लाख का फर्जीवाड़ा कर डाक कर्मी फरार हो गया। कर्मचारी को निलंबित कर दिया गया है। जल्द ही इस घोटाले की रिपोर्ट डाक विभाग पुलिस में दर्ज कराएगा। विभाग में इस प्रकरण से खलबली मची हुई है।

मामला सौंख के बछगांव डाकघर का है। यहां शाखा डाकपाल के पद पर कार्यरत रवि कुमार क्षेत्रीय खाता धारकों से पैसा लेकर पासबुक पर मुहर लगाता था। लेकिन खाताधारकों से पैसा लेकर उक्त राशि को सरकारी खाते में जमा नहीं कराया जाता था। यह खाते आरडी, बचत, टीडी, सावधी जमा योजनाओं के थे। यह खेल पिछले चार-पांच साल से चल रहा था। पिछले साल जब कुछ खाताधारक अपनी पासबुक लेकर खाते में ब्याज लगवाने पहुंचे तो पता चला कि पैसा जमा नहीं है।

इसी बीच सौंख डाकघर में नये प्रभारी की नियुक्ति हो गई। उनके द्वारा रिकार्ड चेक किए गए तो कुछ कैश जमा नहीं मिला। बताया गया कि करीब साढ़े तीन लाख रुपये का कैश जमा नहीं किया गया। जब गंभीरता से जांच की गई तो गड़बड़ी का पता लग सका।

250 खाता धारकों के साथ हुई है गड़बड़ी

जब जमा नहीं किया कैश उसी कर्मचारी से मंगवाया गया तो उसने साढ़े तीन लाख रुपये जमा करा दिया। उच्च अधिकारियों को इस घोटाले की जानकारी दी गई। नवंबर माहीन में घोटाले का खुलासा होने के बाद कर्मचारी फरार हो गया है। आरोपी कर्मचारी बुलंदशहर का रहने वाला बताया गया है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि जांच में करीब 32 लाख की गड़बड़ी यानी घोटाला पकड़ा जा चुका है। यह बढ़कर 50 लाख रुपये तक हो सकता है। करीब 250 खाता धारकों के साथ गड़बड़ी की गई है। इधर विभाग में भी इस मामले को लेकर खलबली मची हुई है।

जांच के लिए दो सदस्यी कमेटी का गठन

इस क्षेत्रीय डाकघर में गड़बड़झाले की जांच दो सदस्यीय कमेटी कर रही है। बताया गया कि जल्द कमेटी अपनी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौंपेगी।

निरीक्षण में भी पकड़ में नहीं आया मामला

रुटीन प्रक्रिया में सभी डाकघरों के वार्षिक निरीक्षण अधिकारियों द्वारा किए जाते हैं और ऑडिट भी होती है। लेकिन इस मामले का पता निरीक्षण के दौरान किसी अधिकारी को नहीं चल सका। बताया गया कि उक्त कर्मचारी सही खाते टीम को दिखाकर चेक करा देता था। टीम के पास भी इतना समय नहीं होता था कि वह गंभीरता पूर्वक सही रिकार्ड चेक करे।

मथुरा के प्रवर अधीक्षक डाक विभाग जितेंद्र सिंह ने बतया कि इस मामले की जांच चल रही है। संबंधित कर्मचारी को निलंबित किया जा चुका है। यह गंभीर मामला है। रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश अधीनस्थों को दिए जा चुके हैं।