अगले चार दिनों तक उत्तर भारत समेत पश्चिमी उत्तर भारत के हिस्से में मौसम तेजी से बदलने वाला है। दरअसल ईरान और अफगानिस्तान के कई हिस्सों में बीती रात से ऐसी चक्रवाती हवाएं चलनी शुरू हुई हैं, जिसका असर उत्तर भारत के एक हिस्से पर पड़ने वाला है। ईरान और अफगानिस्तान में बदले मौसम से अपने देश में पड़ने वाले असर पर मौसम विभाग ने बारीक नजर बनाई हुई है। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के मुताबिक गुरुवार से लेकर सोमवार तक दिल्ली और एनसीआर समेत कई राज्यों में हल्की-फुल्की बारिश से लेकर भारी बारिश का अनुमान लगाया गया है। जबकि पहाड़ी हिस्सों पर बर्फबारी का भी अनुमान है। इस दौरान 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। वहीं मौसम के बदले हुए मिजाज के चलते मतदान वाले दिन कुछ राहत का अनुमान लगाया जा रहा है।
मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के मुताबिक एक बार फिर से उत्तर भारत में मौसम करवट बदलने वाला है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक आलोक यादव कहते हैं कि बीती रात से ईरान और उसके आसपास के इलाकों समेत अफगानिस्तान के कई हिस्सों में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनना शुरू हुआ है। इसके चलते चक्रवाती हवाओं का असर तेजी से पाकिस्तान होते हुए पश्चिमी उत्तर भारत पर पड़ने वाला है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक गुरुवार से लेकर सोमवार तक इसका असर जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश समेत उत्तराखंड पर पड़ने वाला है। इसमें गुरुवार और शुक्रवार को उत्तराखंड में मौसम बिगड़ने के भी हालात बने हैं। जबकि चार दिनों तक उत्तर भारत के तकरीबन सभी राज्यों में मौसम बदला हुआ रहने का अनुमान है।
मौसम विभाग के मुताबिक ईरान और अफगानिस्तान पर बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन का असर गुरुवार से दिल्ली समेत पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और पश्चिम उत्तर प्रदेश पर भी पड़ने वाला है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि जिस तरीके से परिस्थितियां बन रही हैं, उससे दिल्ली-एनसीआर में गुरुवार दोपहर बाद से मौसम का मिजाज बदल सकता है।
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