बिहार के सीवान के क्वारैंटाइन सेंटर में एक मरीज की हार्ट अटैक से मौत, कोरोना की रिपोर्ट आई थी निगेटिव, सरकारीकर्मी, बैंक, स्वास्थ्यकर्मियों को वाहन पास जरूरी नहीं

लॉकडाउन 2.0 का आज पहला दिन है। बिहार के सभी जिलों में इसको सख्ती से पालन कराया जा रहा है। सीवान के रघुनाथपुर प्रखंड के एक व्यक्ति की मौत क्वारैंटाइन सेंटर में हो गई। 52 साल के यह व्यक्ति ओमान से आए एक कोरोना मरीज के रिश्तेदार थे। मंगलवार की रात 11 बजे क्वारैंटाइन सेंटर में उन्हें हार्ट अटैक आया। परिजन इलाज के लिए अस्पताल ले जाते इससे पहले ही उनकी मौत हो गई। 7 अप्रैल को उसकी जांच रिपोर्ट निगेटिव आयी थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा। डॉक्टरों ने मौत की वजह हार्ट अटैक बताया है।

कोरोना संक्रमित पांच मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव

दूसरी ओर सीवान से एक अच्छी खबर है कि कोरोना संक्रमित पांच मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। बिहार में सीवान कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित है। यहां के 29 लोगों को संक्रमण हुआ है।

नालंदा के चार मरीज मिले कोरोना पॉजिटिव

बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 70 हो गई है। बुधवार दोपहर को आरएमआरआई की जांच रिपोर्ट में चार मरीज पॉजिटिव निकले। इनमें से तीन नालंदा और एक मुंगेर जिले के हैं। नालंदा जिले की 35 और 25 साल की दो महिलाएं और 60 साल के वृद्ध पॉजीटिव मिले हैं। ये लोग दुबई से आए कोरोना मरीज के संपर्क में आए थे। मुंगेर के कोरोना मरीज के संपर्क की जांच की जा रही है।

पटना की सीमा सील

कोरोना को लेकर लागू लॉकडाउन 2 का पटना पुलिस सख्ती से पालन करा रही है। पटना की सीमा को सील किया गया है। बेगूसराय की सीमा पहले से सील थी। अब जहानाबाद, नालंदा व सारण की सीमा भी सील की गई है।

सरकारीकर्मी, बैंक, स्वास्थ्यकर्मियों को वाहन पास जरूरी नहीं

राज्य सरकार ने सरकारी कर्मचारी, बैंक, स्वास्थ्य व मीडियाकर्मी तथा अन्य आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों के लिए पास की बाध्यता खत्म कर दी है। अब ये लोग अपने संस्थानों द्वारा जारी परिचय पत्र दिखाकर मूवमेंट कर रहे हैं। मुख्य सचिव दीपक कुमार की अध्यक्षता में हुई क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में यह निर्णय लिया गया। बिजली आपूर्ति, टेलीकॉम, मोबाइल नेटवर्क, डेयरी, एटीएम, पेट्रोल पंप, एलपीजी वितरण, रेलवे, एयरपोर्ट, पोस्ट ऑफिस और अन्य जरूरी सेवाओं के कर्मचारियों के निजी वाहनों के लिए भी पास जरूरी नहीं होगा। इनको भी आईकार्ड साथ रखना होगा। सरकारी और निजी अस्पताल के डॉक्टर, स्टॉफ तथा लैब व दवा दुकान के कर्मी के लिए भी आई कार्ड चलेगा।