बिहार में 52,674 शादियां पर कोरोना ने लगाई ब्रेक, कारोबारियों को 2043 करोड़ रुपए का नुकसान

बिहार में 14 अप्रैल से शादी की शुभ मुहूर्त शुरू हो गई, लेकिन कोरोना ने इसपर ब्रेक लगा दी है। मानक पंचागों में इस महीने 15 से 30 तक 5 मुहूर्त थे, इस साल अबतक कम शादियां होने के कारण दबाव पड़ा तो कई जिलों में 14 से 30 अप्रैल के बीच 9-10 शुभ तारीखें निकाल ली गईं।

कोरोना की लगी नज़र

इन तारीखों पर कोरोना की ऐसी नजर लगी कि कोई एक भी ‘शुभ’ नहीं बचीं। 03 मई तक देशव्यापी लॉकडाउन देख अबतक 52,674 शादियां टल चुकी हैं। इसमें हॉल, होटल व मंदिर की 8351 बुकिंग भी शामिल हैं। वैवाहिक खरीदारी या तैयारी नहीं कर पाए परिवारों ने मई के पहले हफ्ते तक की शादी टाल दी है।

 अप्रैल में शादियों के लिए 6 अच्छे दिन निकाले गए थे,

 

बिहार के सभी 38 जिलों के होटल, विवाह भवन, टेंट-कैटरिंग और झाड़-बत्ती सेवा देने वालों ने कहा कि 14 अप्रैल को भी भारी तादाद में शादियों के लिए टेंट-कैटरर और झाड़-बत्ती वालों की बुकिंग थी। बेगूसराय, मधुबनी, दरभंगा, सारण, सीतामढ़ी, किशनगंज में शादियों के लिए अप्रैल में 6 अच्छे दिन निकाले गए थे, जबकि नवादा और भोजपुर में 7, खगड़िया में 8 और वैशाली में सर्वाधिक 10 भी।

मई में 15 लग्न तिथियों की बुकिंग

मई में भी 7 की जगह 15 शुभ लग्न तारीखें तक सामने आईं। मधुबनी, बेगूसराय, पूर्णिया, दरभंगा, पूर्वी चंपारण, समस्तीपुर, सीतामढ़ी, लखीसराय आदि ने मई में 9 तारीखों के लिए बुकिंग रखी है, जबकि बक्सर, गया, खगड़िया में 13 और वैशाली में 15 तारीखों को शादी की बुकिंग है। वही लॉक डाउन के कारण मई के पहले हफ्ते की शादियां टल चुकी हैं।

बाजार को 2043 करोड़ का नुकसान

सर्राफा बाजार, होटलों और टेंट-कैटरिंग आदि की जानकारी जोड़ने से सामने आ रहा है कि बाजार को 2043 करोड़ की चपत लगी है। पटना में 200 करोड़ नुकसान का अनुमान है। मुजफ्फरपुर और भागलपुर में 150-150 करोड़ का। बेगूसराय, गया, नालंदा, आरा, बक्सर, वैशाली में 75-75 करोड़ का नुकसान हुआ।