प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के साथ-साथ ग्राम स्तर पर जल प्रबंधन जरूरी- सुधीन्द्र मोहन शर्मा

“नेचुरल रिसोर्सेज मैनेजमेंट इन इंडिया पोस्ट कोविड-19 सीनारियो” विषय पर पटना के कॉलेज ऑफ कॉमर्स, आर्ट्स एंड साइंस में वेबिनार आयोजित हुआ। इस वेबिनार में मुख्य वक्ता सुधींद्र मोहन शर्मा, इंदौर, मध्य प्रदेश के भूगर्भ शास्त्री थे। उन्होंने प्राकृतिक संसाधनों के प्रबंधन और खासकर ग्राम स्तर पर ‘जल प्रबंधन’ के लिए विभिन्न उपायों की वकालत की। उन्होंने जल प्रबंधन का संबंध मानव जीवन के साथ जोड़कर वैज्ञानिक तरीकों पर चर्चा किया। उन्होंने पीने योग्य पानी की उपलब्धता पर बिहार एवं मध्य प्रदेश के तुलनात्मक अध्ययन को छात्रों के बीच रखा।

डॉ० (प्रो०) तपन कुमार शांडिल्य,
पूर्व कुलपति, नालंदा खुला विश्वविद्यालय, पटना।
प्राचार्य, कॉलेज ऑफ कॉमर्स, आर्ट्स एंड साइंस, पटना

ग्रामीण स्तर पर नये स्टार्ट अप की जरूरत-प्रो. शांडिल्य

आज इस वेबिनार में कुल 100 प्रतिभागी उपस्थित थे। कॉलेज के प्राचार्य डॉ० तपन कुमार शांडिल्य ने बीज भाषण प्रस्तुत किया और कोविड-19 के समाधान के लिए ग्राम स्तर पर नए-नए स्टार्ट-अप की चर्चा की और गांधियन ग्राम मॉडल की प्रसंगिकता पर प्रकाश डाला।

जंतु विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ० बिंदु सिंह ने विषय प्रवेश का कार्य बहुत सुंदर से किया और प्राकृतिक संसाधनों के प्रबंधन के विभिन्न आयामों की बात की।

रसायन शास्त्र के विभागाध्यक्ष प्रो० अरविंद नाग ने ग्रामीण विकास के लिए विभिन्न नीति पर प्रकाश डालें साथ ही पानी की शुद्धता पर अपना विचार रखा एवं नवादा में इस विषय पर अपने शोध कार्य के मुख्य बिंदुओं पर चर्चा की।

 

 

 

 

जंतु विभाग के सहायक प्राध्यापिका डॉ० रश्मि ने मुख्य अतिथि एवं वक्ता के संबंध में विस्तार से प्रकाश डाला। प्रश्नोत्तर काल में डॉ रश्मि, प्रो० नाग एवं महाविद्यालय के प्राचार्य तथा साथी छात्रों ने कई प्रश्न पूछे।

डॉ. मंगला रानी ने किया धन्यवाद ज्ञापन

अंत में धन्यवाद ज्ञापन हिंदी विभाग की प्राध्यापिका डॉ० मंगला रानी ने प्रस्तुत किया। इस वेबिनार में महाविद्यालय के कई शिक्षक तथा प्रतिभाशाली छात्र उपस्थित थे। प्रो० रश्मि आखौरी, प्रो० अनीता सागर, प्रो० कीर्ति, डॉ० रीता कुमारी, डॉ० हार्दिक, डॉ धीरेंद्र, डॉ० झा आदि इस वेबिनार में उपस्थित थे। अंत में राष्ट्रीय गान में राष्ट्रीय वेबिनार का समापन किया गया।