कॉलेज ऑफ कॉमर्स पटना में “स्वयं को जानना” विषय पर वेबिनार सत्र का आयोजन, वक्ताओं ने कहा- खुद के बारे में जानना और खुद को जानना के बीच बहुत फर्क है

कॉलेज ऑफ कॉमर्स, आर्ट्स एवं साइंस, पटना के आई क्यू ए सी तथा मनोविज्ञान विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आज “स्वयं को जानना” विषय पर एक वेबिनार सत्र का आयोजन किया गया। आमंत्रित वक्ता के रूप में बोलते हुए कृष्णमूर्ति फाउंडेशन से सम्बद्ध ख्यात स्तम्भकार एवं कवि चैतन्य नागर ने कहा कि बहुत फर्क है खुद के बारे में जानना और खुद को जानना के बीच। उन्होंने बताया कि स्व एक भाषिक संरचना तथा भ्रामक निर्मित है इसलिए आत्म-ज्ञान एक सतत एवं अंतहीन प्रक्रिया है जिसमें शांतिपूर्ण ध्यान से काफी मदद मिलती है।

जीवन में सफल होने के लिए आत्म-ज्ञान जरुरी

वेबिनार सत्र का उद्घाटन करते हुए कॉलेज के प्राचार्य प्रो. (डा.) तपन कुमार शांडिल्य ने बताया कि जीवन में सफल होने के लिए आत्म-ज्ञान को सदियों से हमारे ऋषि-मुनि, दार्शनिक तथा मनोवैज्ञानिक महत्वपूर्ण मानते आए हैं। कार्यक्रम का संचालन प्रो. जय देव तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रो. संतोष कुमार ने किया।

मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो. दिनेश कुमार ने मानसिक स्वास्थ्य सप्ताह के दरम्यान आयोजित इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी प्रतिभागियों का आभार जताया।