कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए बिहार के सभी जिले को लॉकडाउन कर दिया गया है।
लॉकडाउन होने सभी ज़िले, शामिल है।कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण से आमलोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुये राज्य सरकार द्वारा तत्काल प्रभाव से फिलहाल 31 मार्च 2020 तक के लिये सभी जिला मुख्यालयों, सभी अनुमंडल मुख्यालयों, सभी प्रखंड मुख्यालयों एवं सभी नगर निकायों के स्वबाकवूद का निर्णय लिया गया है। निजी प्रतिष्ठानों, निजी कार्यालयों एवं सार्वजनिक परिवहन को पूर्णतः बंद किया गया है, परंतु आवश्यक एवं अनिवार्य सेवाओं से संबंधित प्रतिष्ठानों यथा चिकित्सा सेवाओं, खाद्यान्न एवं किराने के प्रतिष्ठान, दवा की दुकानों, डेयरी एवं डेयरी से संबंधित प्रतिष्ठान, पेट्रोल पंप एवं सी0एन0जी0 स्टेशन, बैंकिंग एवं ए0टी0एम0, पोस्ट आॅफिस तथा प्रिंट एवं इलेक्ट्राॅनिक मीडिया आदि सेवाओं एवं इन सेवाओं के लिये उपयोग किये जा रहे वाहनों को इस आदेश की परिधि से बाहर रखा गया है। आपको बता दें कि इसके साथ हीं देश के 75 जिलों को भी लॉकडाउन करने की सिफारिश की गयी है।
क्या होता है लॉकडाउन?
लॉकडाउन एक इमर्जेंसी व्यवस्था होती है। अगर किसी क्षेत्र में लॉकडाउन हो जाता है तो उस क्षेत्र के लोगों को घरों से निकलने की अनुमति नहीं होती है। जीवन के लिए आवश्यक चीजों के लिए ही बाहर निकलने की अनुमति होती है। अगर किसी को दवा या अनाज की जरूरत है तो बाहर जा सकता है या फिर अस्पताल और बैंक के काम के लिए अनुमति मिल सकती है। छोटे बच्चों और बुजुर्गों की देखभाल के काम से भी बाहर निकलने की अनुमति मिल सती है।
क्यों किया जाता है लॉकडाउन?
किसी तरह के खतरे से इंसान और किसी इलाके को बचाने के लिए लॉकडाउन किया जाता है। जैसे कोरोना के संक्रमण को लेकर कई देशों में किया गया है। कोरोनावायरस का संक्रमण एक-दूसरे इंसान में न हो इसके लिए जरूरी है कि लोग घरों से बाहर कम निकले। बाहर निकलने की स्थिति में संक्रमण का खतरा बढ़ जाएगा। इसलिए कुछ देशों में लॉकडाउन जैसी स्थिति हो गई है।
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