जगदानंद सिंह जी को अपमानित करना लालू परिवार की साजिश की प्रवृत्ति तो नहीं: अरविन्द सिंह

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा कि राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह जी को अपमानित करना लालू परिवार की साजिश की प्रवृत्ति तो नहीं क्योंकि अपमान करने के चलते कुछ नेता स्वर्ग सिधार गए और किसी को राजनीतिक सन्यास की ओर अग्रसर करवाना है।

लालू जी के परिवार को लगता है कि श्री जगदानंद सिंह राजद पर बोझ बन गए हैं, उनसे किनारा करने का ही यह सब चाल है।
श्री लालू प्रसाद जी के परिवार से वफा का उम्मीद, उससे संस्कार की उम्मीद, उससे विकास की उम्मीद करना समय की बर्बादी है।

जिस दल ने अपने प्रदेश अध्यक्ष को इतना घनघोर अपमानित किया कि उन्होंने अपने प्रदेश कार्यालय में आने तक से परहेज करने लगे अपने इज्जत को बचाते बचाते अपने घर में सो गए।

राजद ने अपने बुजुर्गों नेताओं को इतना अपमानित किया कि वह टिश लिए स्वर्ग सिधार गए।

राजद के नेता अपने ही प्रदेश अध्यक्ष और बुजुर्गों का इज्जत और सम्मान नहीं करते वह  राजद.के नेता दूसरे दल के नेताओं का सम्मान क्या करेंगा।

आदरणीय जगता बाबू कहीं अपमान का टिश लिए हुए राजनीतिक संन्यास का घोषणा नहीं कर दें।
15 अगस्त का जो राजद कार्यालय के झंडोतोलन में शामिल नहीं हुए, यह कोई आश्चर्यजनक घटना नहीं हो सकती है।

सिंह ने कहा कि वहीं दूसरी तरफ पूरा बिहार बाढ़ की विभीषिका से परेशान है, नेता प्रतिपक्ष जिस राघोपुर विधानसभा से जीत करके आते हैं वहां बहुत ही बुरा हाल है।

उन्होंने कहा कि दूसरे तरफ खुद नेता प्रतिपक्ष पटना के नामी रेस्टोरेंट में जाकर के डिनर कर रहे हैं और मुलेठी का पान खा कर के अखबार में फोटो खिंचवा कर के शान शौकत से अपने प्रदेश अध्यक्ष को अपमानित होता देख कर के भी मुस्कुरा रहे हैं, और अपने क्षेत्र के जनता जो बाढ़ से पीड़ित है उसको यह बता रहे हैं कि देखो तुम्हारा जनप्रतिनिधि कैसे रेस्टोरेंट में आनंद विभोर होकर के गिलोरी खाकर खुशियां मना रहा है।

उन्होंने बताया कि राजद में लालू परिवार के अलावा किसी भी व्यक्ति का कोई भविष्य नहीं है। जिस कांग्रेस के खिलाफ राजद ने अपनी राजनीति की बुनियाद रखा, आज उसी कांग्रेस के गोद में बैठ कर के राजद के नेता इठला कर अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि अपना उल्लू सीधा करना वंशवाद को बढ़ावा देना बिहार में अपराधीकरण करना कैसे विकास चौपट किया जाता है यह कोई राजद से सीखे।