पूर्व सांसद, लेखक और मशहूर पूर्व राजनयिक डॉक्टर गोरी शंकर राजहंस अब हमारे बीच नहीं रहे। 84 साल के उम्र के इस महान व्यक्तित्व का 20 दिसम्बर 2021 को अंत हो गया। झंझारपुर के पूर्व सांसद, कई देशों मे रहे भारत के पूर्व राजनयिक डॉक्टर गोरी शंकर राजहंस के निधन पर राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ( पूर्व मुख्यमंत्री) राबड़ी देवी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की और उन्हें याद करते हुए कहा कि वे सफल, बहुआयामी व्यक्तित्व के मालिक थे। वे हरदिल अज़ीज़ राजनेता थे। उनकी पैठ राजनीत के साथ साथ साहित्य मे भी थी। वे जहां भी रहे वहां उन्होंने अपनी विशेष पहचान बनाई। ईश्वर उनकी आत्मा को चिर शांति प्रदान करे। परिजनों एवम सुभचिंताको को इस शोक की घरी मे शोक सहन की शक्ति दे। उनका निधन पुरे भारतीय समाज के लिए एक बड़ी क्षति है।
आपको बताते चले की बिहार के भागलपुर जिले के सुल्तानगंज में जन्मे डॉ गौरी शंकर राजहंस ने अपने जीवन के दौरान कई उतर चढाव देखे थे। इन्होने शिक्षक से राजनयिक और राजनेता तक का सफ़र तय किया था। वर्ष 1984 से 1989 तक कांग्रेस से सांसद भी रहे थे। यह वरीय पत्रकार,स्तंभकार और लेखक के साथ लाओस तथा कम्बोडिया के राजदूत भी रह चुके हैं।
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