पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक को लेकर असदुद्दीन ओवैसी का बड़ा बयान, जानें- क्या कहा?

यूपी के मुरादाबाद में एआईएमआई नेता असदुद्दीन ओवैसी ने एबीपी गंगा संवाददाता उबैदुर्रहमान से एक्सक्लूसिव बात करते हुए पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक को बड़ी घटना बताया. उन्होंने कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए कि आखिर ऐसे में एसपीजी प्रधानमंत्री को वहां कैसे ले जाने के लिए तैयार हो गयी. 

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं. कल कोई और होगा लेकिन देश का प्रधानमंत्री कोई भी हो, उसकी सुरक्षा में चूक नहीं होनी चाहिए. ये गंभीर मामला है. प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक तो हुई है और यह बड़ी घटना है. ओवैसी ने सोशल मीडिया पर सिखों को 1984 की घटना याद दिला कर निशाना बनाने को भी गलत बताया और कहा कि मैं उसकी भी निंदा करता हूं, ऐसा नहीं होना चाहिए.

असदुद्दीन ओवैसी ने अखिलेश यादव पर कसा तंज

असदुद्दीन ओवैसी ने सपा नेता अखिलेश यादव के सपनों पर भी कटाक्ष करते हुए इसे मुंगेरी लाल के हसीन सपने बताया और कहा कि अगर अखिलेश यादव के सपनों में श्री कृषण आ रहे हैं और पीएम मोदी और सीएम योगी के समनों में मर्यादा पुरोषत्तम श्री राम आ रहे हैं तो फिर ये चुनाव प्रचार छोड़ दें और राज्यपाल के पास जाएं और उनसे कहें कि सपनें में भगवान आए थे और उन्हें बिना चुनाव के ही मुख्यमंत्री पद की शपथ दिला दी जाये. इन्होंने लोक तंत्र का मजाक बना कर रख दिया है. लोगों की आस्था का मजाक बना रहे हैं ये लोग. 

असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा कि अखिलेश यादव और योगी आदित्यनाथ दोनों सपनों के सौदागर हैं. ये सिर्फ सपने बेचते हैं, हकीकत में कुछ होता ही नहीं है. अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री रहते हुए भेदभाव किया और साम्प्रदायिक दंगों को नहीं रोक पाए. योगी ठाकुरवाद कर रहे हैं. सिर्फ सपने दिखा रहे हैं. अब क्या जनता इनके सपनों को देख कर वोट देगी. ओवैसी ने कहा कि सपनें तो मुझे भी आते हैं. मेरे सपनों में कोरोना काल में गंगा नदी में तैरने वाली लाशें आती हैं. सीएए प्रोटेस्ट में मारे गए लोग आते हैं. हमारे सपनों में यूपी के बेरोजगार नौजवान आ रहे हैं, उनको इसनाफ़ चाहिए, वो इन्साफ मांग रहे हैं.

जनसभा को लेकर कही से बात

बता दें कि ओवैसी की कल संभल और मुरादाबाद में जनसभा थी और आज वह बरेली में जनसभा कर रहे हैं. ओवैसी ने कहा कि हमारी रैलियों में भीड़ काफी आ रही है. अब हमारे सामने इस भीड़ को वोट में तब्दील करने की चुनौती है. हमारे हौसले बुलंद हैं. ओवैसी ने कहा कि मुझे न बीजेपी से राष्ट्रवाद का सर्टिफिकेट लेने की ज़रूरत है और न कांग्रेस या सपा से सेकुलरिज्म का सर्टिफिकेट लेने की ज़रूरत है. हम अपना काम कर रहे हैं.