राबड़ी आवास के बाहर सीबीआई रेड के बाद पसरा सन्नाटा, राजद के नेताओ ने सीबीआई के दुरुपयोग का लगाया आरोप तो कुछ ने सीबीआई को बताया तोता।

राबड़ी आवास सहित कल 16 ठिकानों पर हुए छापेमारी के बाद आज सुबह राबड़ी आवास के घर के बाहर सन्नाटा पसरा दिखा। राजद के कई नेता और कार्यकर्ता इस जांच को राजनीति से प्रेरित बताते नजर आए। तो वही कुछ नेताओं के द्वारा केंद्र सरकार पर यह आरोप भी लगाया गया कि केंद्र सरकार अपने फायदे के लिए जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। कुछ कार्यकर्ताओं ने तो सीबीआई को तोता तक कह डाला। कुछ एक नेताओं का कहना था कि बिहार में तेजस्वी यादव की बढ़ती लोकप्रियता को भंग करने के लिए सीबीआई का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके साथ ही इस मुद्दे पर कल बिहार की राजनीति काफी गरमाई नजर आई।

कल राबड़ी आवास सहित पटना, दिल्ली और गोपालगंज के 16 ठिकानों पर सुबह से ही सीबीआई की छापेमारी शुरू हो गई थी, जो 14 घंटे बाद करीब रात 8 बजे तक चली। शुक्रवार को दिनभर लालू के ठिकानों पर हुई छापेमारी में उथल-पुथल होती रही और कई जगहों पर राजद कार्यकर्ताओं का हंगामा देखने को मिला। पटना में जहां राबड़ी आवास पर छापेमारी चल रही थी, उसी वक्त पटना के रूपसपुर थाने के महुआबाग के 10 घरों में भी एकसाथ छापेमारी चल रही थी। रात 8 बजे के बाद के बाद जब सीबीआई की रेड खत्म हुई तो कार्यकर्ताओं का हुजूम राबड़ी देवी से मिलने को बेताब नजर आया। छापेमारी में जो सबसे अहम जानकारी निकलकर सामने आई, वह सीबीआई द्वारा राबड़ी आवास से दस्तावेज और कई डिजिटल सामानों की जब्ती रही।

सीबीआई की टीम सुबह से ही राबड़ी देवी के आवास के कई कमरों को बारी-बारी से घंटों खंगालती रही। राबडी देवी के कमरे की अलमीरा की भी जांच घंटों चली। सीबीआई को दो कमरों में ताले लगे मिले। चाबी न मिलने के कारण जब वे कमरे नहीं खुल सके तो सीबीआई ने चाबी बनाने वाले को बुलाकर चाबी बनवाई और ताला खुलवाकर कमरे की तलाशी ली।

सीबीआई को मिले हार्डडिस्क, सीडी और कुछ दस्तावेज
जानकारी के मुताबिक तेजस्वी के कमरे से कंप्यूटर का हार्डडिस्क सीबीआई ने जब्त कर लिया और उन्हें अपने साथ ले गई। कमरे में कई सीडी भी पाए गए सीबीआई ने उसे भी अपने कब्जे में लिया। डिजीटल सामानों के साथ कई दस्तावेज भी सीबीआई के हाथ लगे। आरजेडी नेता सुनील सिंह ने बताया कि सीबीआई को राबड़ी आवास से कुछ भी नही मिला। जो हार्ड डिस्क और सीडी साथ ले गई है उसमें कार्यकर्ताओं के डिटेल्स और वीडियो गेम के अलावा कुछ भी नहीं।