नुपुर शर्मा के बाद अब अपने बयान से घिरे तेजस्वी, मुगलों की तुलना हिटलर से करते हुए उठाया था कई सवाल…….

कुछ समय पहले शुरू हुआ बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा के बयान के बाद का विवादो का सिलसिला थमता नजर नही आ रहा है। जी दरअसल नूपुर शर्मा ने मोहम्मद साहब पर विवादित टिप्पणी की और इस टिप्पणी से भड़की आग शांत भी नहीं हुई है कि ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहुंचे बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या का बयान उसमें घी डालने का काम कर सकता है।

जी दरअसल हाल ही में उन्होंने एक बड़ा बयान देते हुए भारत में मुगलों के आक्रमण को इतिहास का सबसे रक्तरंजित पाठ करार दिया है। केवल इतना ही नहीं, बल्कि तेजस्वी सूर्या ने मुगलों की तुलना हिटलर के यहूदियों पर किए गए अत्याचार से कर डाली।

इसी के साथ तेजस्वी ने इस बयान के लिए अमेरिकी इतिहासकार विल ड्यूरेंट की किताब का हवाला दिया है। वैसे यह अलग बात है कि उनके बयानों का विरोध शुरू हो गया भड़काऊ-हिंसा फैलाने वाले बयानों के लिए उनका वीजा जब्त करने की मांग भी उठने लगी है। आप सभी को बता दें कि ऑस्ट्रेलिया इंडिया यूथ डायलॉग कार्यक्रम के दौरान पैरामाटा में आज यानी सोमवार को तेजस्वी सूर्या ने इशारों-इशारों में कहा कि, ‘इस्लाम का इतिहास रक्तपात हिंसा से भरा हुआ है।’ इसी के साथ उन्होंने कहा, ‘हम इस विशेष समुदाय के इतिहास को इसके अस्तित्व के समय से जानते हैं इसका इतिहास रक्तपात हिंसा से भरा हुआ है।’

इस बयान के बाद तेजस्वी सूर्या ने हलाल भोजन पर प्रतिबंध का समर्थन करते हुए कहा कि, ‘हिंदू समुदाय को उन पार्टियों को वोट देना चाहिए जो विशेष रूप से हिंदुओं की रक्षा करती हैं।’ आगे उन्होंने कहा, ‘दुनिया भर में यहूदियों पर अत्याचार की फिल्में म्यूजियम में उपलब्ध हैं, लेकिन हिंदुओं पर टीपू सुल्तान, मोहम्मद गौरी, अलाउद्दीन खिलजी के अत्याचार की बात कही कोई नही करता है।’

आप सभी को बता दें कि तेजस्वी सूर्या ने ये बयान एक निजी कार्यक्रम में दिया था, लेकिन इसके आम होते ही एक निश्चित संप्रदाय के द्वारा इसका भी विरोध शुरू हो गया। इसके बाद स्वाइनबर्न इस्लामिक सोसाइटी ने स्वाइनबर्न प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय को पत्र लिख उनके 31 मई को होने वाले कार्यक्रम को रद करने की मांग कर दी। वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन ने तेजस्वी सूर्या के विरोध को देखते हुए अंततः यह कार्यक्रम रद ही कर दिया, तो तेजस्वी सूर्या जिस ऑस्ट्रेलिया यूथ डायलॉग कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे थे, उसे भी स्पष्टीकरण जारी करना पड़ा।