मुख्यमंत्री जी “क़ानून अपना काम करेगा” वाला आपका घिसा-पीटा डायलॉग अब नहीं चलेगा: तेजस्वी

बिहार में क़ानून व्यवस्था पूर्णत: ध्वस्त हो चुकी है। लॉकडाउन के बीच सत्ता संरक्षित अपराधों में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। अवैध एके-47 रखने वाला शेख़पुरा का सत्ताधारी विधायक अप्रवासियों को गाली देता है तो गोपालगंज ज़िले का दुर्दांत सत्ताधारी विधायक अवैध हथियारों के दम पर गोलियों की बारिश कर आम नागरिकों के ख़ून की नदियाँ बहा रहा है।

गोपालगंज हत्याकांड में जेडीयू विधायक अमरेन्द्र पांडे नामज़द है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अतिप्रिय आतंकी प्रवृति के विधायक की बर्बरता से एक ही परिवार की 3 अर्थियाँ एक साथ उठी है। नीतीश कुमार के मुकुट मणि अमरेन्द्र पांडे पर भारतीय दंड संहिता की लगभग सभी धाराएँ लगी है। विगत वर्ष भी गोपालगंज में एक साथ एक परिवार के 5 लोगों की हत्या हुई थी। सड़क निर्माण कंपनी के मालिक ने इसी विधायक द्वारा 50 लाख की रंगदारी माँगने का केस कराया था। इस पर कारवाई करने के बावजूद नीतीश कुमार ने उसे ईनाम दिया और इस अपराधी की सुरक्षा बढ़ाई। सुशासन की खोखली बात करने वाले मुख्यमंत्री बताएँ, सैंकड़ों माँओं की कोख़ और बहनों का सुहाग छिनने वाले अनेक केसों में नामज़द हत्यारे विधायक को आज तक क्यों बचाया गया है? अभी भी इस आतंकी प्रवृति के विधायक को मुख्यमंत्री क्यों बचा रहे है?

“क़ानून अपना काम करेगा” वाला आपका घिसा-पीटा डायलॉग अब नहीं चलेगा, और ना ही जाँच के नाम पर अब लीपापोती नहीं चलेगी। जनता की अदालत में हम आपकी सुशासनी लीपापोती के खेल को उजागर करेंगे। मुख्यमंत्री जी, नागरिकों की जान इतनी सस्ती नहीं कि जब मर्ज़ी आपके गुंडे विधायक उन्हें सपरिवार मौत के घाट उतार दें।

सरकार को दो दिन की मोहलत दे रहा हूँ। अगर गृहमंत्री सह मुख्यमंत्री ने अपने प्रिय इस अपराधी विधायक को दो दिन के अंदर जेल में नहीं डाला तो आंदोलन करते हुए पटना से गोपालगंज जाऊँगा।