नीतीश कुमार हर बार कहते है कि महिलाओं की मांग पर उन्होंने फैसला किया…अब पटना में विभिन्न महिला सामाजिक संगठन सुधार वाहिनी के नेतृत्व में चेतावनी मार्च निकली जा रही….

बिहार में नीतीश कुमार ने महिलाओं की मांग पर शराबबंदी का फैसला लागू किया था जिसके बाद से ही वो कभी राजद तो कभी बीजेपी के साथ-साथ सहयोगियों से लेकर विरोधियों के निशाने पर रहे है। लेकिन नीतीश कुमार हर बार कहते है कि महिलाओं की मांग पर उन्होंने फैसला किया था और महिलाएं इसके समर्थन में है तो शराब बंदी को खत्म करने का सवाल ही नहीं उठता है।

जिसके बाद नीतीश कुमार पर विरोधियों के साथ-साथ सहयोगियों का हमला भी तेज हो जाता है ये विरोध तब और तेज हो जाता है जब जहरीली शराब की वजह से कई लोगों की मौत हो जाती है लेकिन अब नीतीश कुमार पर जब शराबबंदी के बहाने हमले बढ़ रहे है तो महिलाएं नीतीश कुमार के समर्थन में सड़क पर शराबियों को चेतावनी देने उतर पड़ी है।

पटना में विभिन्न महिला सामाजिक संगठन सुधार वाहिनी के नेतृत्व में चेतावनी सभा विभिन्न महिला संगठनों के तरफ से निकाली गई जो पैदल मार्च में बदल गई , ये मार्च पटना के गांधी मैदान से निकाली गई और वीर कुंवर सिंह पार्क तक गई इस दौरान महिलाएं शराबियों और अवैध तरीके से बेच रहे शराब व्यवसायी पर बेहद नाराज दिखीं।

चेतावनी मार्च से जुड़ी समाज सुधार वाहिनी प्रतिभा सिंह कहती है की महिलाएं अब पियक्कड़ों एवं शराब कारोबारियों के विरुद्ध अभियान चलाएंगी साथ ही  सुधार वाहिनी ग्राम स्तर पर  ग्राम सहेली भी बनाएगी ये ग्राम सहेलियां गांव-गांव, टोला-टोला घूम कर शराब पीने से होने वाली हानी और शराब नहीं पीने से व्यक्ति और परिवार को होने वाले लाभ से अवगत कराएंगी। साथ ही राज्य सरकार द्वारा लागू शराबबंदी कानून के पक्ष में जागरूकता चलाएंगी। ग्राम सुधार वाहिनी गांवों में पियक्कड़ों एवं शराब बेचने वाले शराब के कारोबार में शामिल लोगों के खिलाफ अभियान चलाकर उन्हें स्थानीय प्रशासन के हवाले भी करेंगी।

महिलाओं के हाथों में पकड़ी तख्तियों पर  तरह-तरह के स्लोगन भी लिखे हुए थे हाय पियक्कड़,  हाय-हाय पियक्कड़ों की क्या पहचान, ना कोई इज्जत ना सम्मान, महिलाओं ने बांधी कफन शराबियों को करेगी दफन, पियक्कड़ों की क्या दवाई झाडू-डंडा और पीटाई, पियक्कड़ों की क्या दवाई, छोलनी-कलछुल से धुनाई, दारू का जो करे व्यापार, उसको मारो जूते चार, पियक्कड़ों की क्या पहचान, हिलते- डुलते बदन, लड़खड़ाते जुबान, शराबबन्दी कानून में छेड़-छाड़ बर्दास्त नहीं किया जाएगा, शराबबन्दी कानून, लागू रहेगा-लागू रहेगा, महिलाओं का है ऐलान, नशा मुक्त हो हिन्दुस्तान, जो शराबबन्दी की बात करेगा, वहीं देश पर राज करेगा।