राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की समाधान यात्रा आज से शुरू….29 जनवरी को इस पहले चरण का यात्रा लखीसराय में समाप्त होगा….

5 जनवरी से 7 फरवरी तक यह सीएम की यात्रा चलेगी। समाधान यात्रा की शुरुआत पांच जनवरी (गुरुवार) से पश्चिम चंपारण के वाल्मीकिनगर के दरुआबारी गांव से होगी। यहां पर सीएम विकास कार्यों का जायजा लेने के बाद ग्रामीणों से मिलेंगे और उनकी समस्याएं सुनेंगे। साथ ही चिन्हित समूहों के साथ बैठक कर राय मशवरा भी करेंगे। 29 जनवरी को इस पहले चरण का यात्रा लखीसराय में समाप्त होगा। यात्रा के दौरान 18 जिलों को कवर किया जाएगा।

बुधवार को वाल्मीकिनगर पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सरकार किसी के कहने या पैरवी पर काम नहीं करती। शुरू से ही हमारा यह लक्ष्य रहा है कि राज्य के हर गांव तक विकास की चमक पहुंचे। आज नतीजा आपके सामने है। इसके बाद भी यदि किसी को कोई समस्या है तो उसका निदान किया जाएगा। इसी को केंद्र में रखकर हम समाधान यात्रा पर निकले हैं।

गंडक बराज की वर्तमान हालत की ली जानकारी, देरी पर विभागीय प्रोजेक्ट मैनेजर व अधिकारियों को लगाई फटकार….

इससे पूर्व शाम 4:52 बजे सीएम हेलीकाप्टर से वाल्मीकिनगर पहुंचे। वहां से वाल्मीकिनगर गेस्ट हाउस के लिए निकल गए। इस बीच सबसे पहले वे निर्माणाधीन कन्वेंशन सेंटर पहुंचे। अंतरराष्ट्रीय स्तर के इस कन्वेंशन सेंटर के निर्माण में देरी पर विभागीय प्रोजेक्ट मैनेजर व अधिकारियों को फटकार लगाई तथा जल्द से जल्द निर्माण कार्य पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने फोन पर बात करते हुए प्रोजेक्ट मैनेजर को गुरुवार को बेतिया में होने वाली समीक्षा बैठक में तलब किया। सीएम ने अभियंताओं से गंडक बराज की वर्तमान हालत की जानकारी हासिल की।

देर शाम जल संसाधन मंत्री संजय झा, विजय चौधरी, डीजीपी समेत अन्य आला अधिकारी के साथ जंगल सफारी पर निकले मुख्यमंत्री….

देर शाम मुख्यमंत्री बंद गाड़ी में जंगल सफारी के लिए निकल गए। उनके साथ जल संसाधन मंत्री संजय झा, विजय चौधरी, डीजीपी समेत अन्य आला अधिकारी शामिल थे। इसके बाद गेस्ट हाउस में झमटा नृत्य का आनंद लिया।

मुख्यमंत्री ने कहा, शराबबंदी का फैसला जल्दबाजी में नहीं लिया हम इस फैसले पर हम अटल हैं….

सीएम ने कहा कि सभी विभागों के अधिकारी साथ हैं। समस्या का त्वरित समाधान होगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि शराबबंदी का फैसला जल्दबाजी में नहीं, सोच-समझकर लिया है। हम इस फैसले पर अटल हैं। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को यह निर्देशित किया गया है कि वे सिर्फ शराब का सेवन करने वालों को गिरफ्तार नहीं करें, बल्कि उन्हें जागरूक भी किया जाए। यह बताया जाए कि शराब बुरी चीज है। इससे दूर रहना काफी जरूरी है।