जातिगत गणना का दूसरे चरण की शुरुआत 15 अप्रैल से,जानिये क्या-क्यापूछे जाएंगे सवाल…

बिहार में जारी सियासत के बीच नीतीश कुमार की सरकार जातिगत गणना  कार्य भी तेजी से करने में जुटी है। जातीय जनगणना का पहला चरण खत्म होने के बाद अब दूसरे चरण  के लिए भी तैयारी तेज कर दी गयी है। दूसरे चरण की शुरुआत 15 अप्रैल से होने वाली है। दूसरे चरण को लेकर जातिगत गणना में लगे प्रगणक भी पूरी तरह से हर सवाल पूछने की तैयारी कर चुके हैं।

दरअसल जाति आधारित गणना  का दूसरा चरण सबसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस कार्य को अंजाम देने वाले जो प्रगणक हैं, कुल 17 सवाल की लिस्ट लेकर आपके घर तक पहुंचेंगे और उनकी सवालों से जुड़ी जानकारी आपसे मांगेंगे। ऐसे में इस दौरान क्या-क्या और कितने तरह के सवाल पूछे जाएंगे इसकी जानकारी आप इस खबर में प्राप्त कर सकते हैं।

 ये सवाल लेकर आयेगे  प्रगणक आपके घर …

आपके परिवार के सदस्यों का नाम क्या है?
आपके पिता या पति का  नाम क्या है?
घर और परिवार का जो मुखिया है उससे आपका संबंध क्या है?
आपकी आयु क्या है?
आपका लिंग क्या है?
आप शादीशुदा है या नहीं?
आप किस धर्म से हैं?
आपकी जाति क्या है?
आप कितने पढ़े लिखे है?
आप क्या करते है? इसकी पूरी जानकारी दें.
आपकी आवासीय स्थिति क्या है, आप स्थायी तौर पर रहते है या अस्थायी?
आपके पास कंप्यूटर या लैपटॉप है या नहीं?
आपके पास किसी तरह के वाहन है या नहीं?
आपके पास खेती लायक़ ज़मीन है या नहीं अगर है तो कितनी?
आपके पास कितनी आवासीय भूमि है?
आपके आय के कितने स्रोत है?

देनी  है आय से जुड़ी पूरी जानकारी….

आपको बताना होगा की आपकी मासिक आय कितनी है। आपको यह भी बताना होगा कि आपके परिवार के किसी सदस्य की अन्य जगह गणना तो नहीं हुई है जिसकी घोषणा उस घर के मुखिया को करना होगा। वहीं प्रगणक एक पेज पर परिवार की जो पूरी जानकारी लेंगे उस पर घर और परिवार के जो मुखिया होंगे उनके हस्ताक्षर भी लिए जाएंगे।

ऑनलाइन अपलोड होगा सारा डेटा…

जाहिर है जातिगत गणना के दूसरे चरण में आपसे जुड़ी पूरी जानकारी प्रगणक के माध्यम से सरकार को प्राप्त हो जाएगी। जातिगत गणना से जुड़े अधिकारी बताते हैं कि जातिगत गणना के पहले चरण में जिन मकानों की गणना की गई थी। उसी के सीरियल नंबर के आधार पर दूसरे चरण की गणना होगी। यह भी जानकारी मिली की दूसरे चरण की गणना के दौरान ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन गणना का कार्य किया जाएगा। इस दौरान लोगों से ली गयी जानकारी और हस्ताक्षर वाले कागजात को अपलोड किया जाएगा ताकि भविष्य में किसी तरह का कोई विवाद न हो और इस प्रक्रिया में पूरी तरह से पारदर्शिता भी दिखे।