झारखंड मनीलांड्रिंग मामला: पूजा सिंघल की बढ़ी मुसीबतें, 5 दिन और बढ़ाया गया पूजा सिंघल का पुलिस रिमांड।

मनीलांड्रिंग और आय से अधिक संपत्ति के मामले में गिरफ्तार झारखंड की निलंबित आईएएस अफसर पूजा सिंघल की रिमांड अवधि पांच दिनों के लिए बढ़ा दी गयी है। पीएमएलए की विशेष अदालत ने ईडी की दरख्वास्त पर लगातार तीसरी बार सिंघल को रिमांड पर लीया है। इसी मामले में गिरफ्तार किये गये चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन कुमार सिंह को लगातार 13 दिनों के रिमांड के बाद जेल भेज दिया गया है।

जांच में कई राज हो रहे बेनकाब।
बता दें कि ईडी ने पूजा सिंघल को बीते 11 मई को गिरफ्तार किया था और इसके बाद 12 मई से उन्हें पांच दिनों के लिए रिमांड पर लिया गया था। ईडी ने शुक्रवार को कोर्ट को बताया कि पूजा सिंघल से अब तक हुई पूछताछ में माइन्स आवंटन में गड़बड़ी से लेकर मनी लांड्रिंग को लेकर कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं। जिनके आधार पर उनसे आगे पूछताछ जरूरी है। डिजिटल डिवाइस की जांच और आय के स्रोतों की तफ्तीश में नये तथ्य सामने आये हैं। ईडी ने माइन्स आवंटन में गड़बड़ियों को लेकर तीन जिलों के जिला खनन पदाधिकारियों और मनी लांड्रिंग के बिंदु पर रांची के दो बिल्डर्स और कोलकाता के दो व्यवसायियों से भी पूछताछ की है।

खूंटी और चतरा जिले में हुआ था मनरेगा घोटाला
बता दें कि झारखंड में 2009-10 में खूंटी और चतरा जिले में मनरेगा घोटाला हुआ था। इस दौरान पूजा सिंघल इन जिलों में उपायुक्त के रूप में पदस्थापित थीं। मामले की ईडी जांच के दौरान मनीलांड्रिंग की जानकारी मिली। इसी मामले को बीते 6 मई को ईडी ने एक साथ झारखंड, पश्चिम बंगाल, हरियाणा और राजस्थान में कई स्थानों पर छापामारी की थी।
छापेमारी के दौरान ये 19 करोड़ 31 लाख रुपये के साथ लगभग 200 करोड़ रुपये के निवेश से संबंधित कागजात बरामद किये गये थे। पिछले 16 दिनों से चल रही जांच के दौरान ईडी को जो जानकारियां मिली हैं। उसका कनेक्शन सत्ता के गलियारे से भी जुड़ रहा है।