चुनाव आयोग के एलान के बाद चुनावी मोड में राजद, तेजस्वी यादव ने सभी प्रवक्ताओं की बुलाई बैठक, तो कांग्रेस ने आयोग के फैसले पर जताया एतराज

बिहार में कोरोना वायरस के बढ़ते मामले और बाढ़ की भयावह स्थिति के बीच बार-बार विपक्ष द्वारा विधानसभा चुनाव को टालने की बात कही जा रही थी. लेकिन मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने सभी आशंकाओं पर विराम लगा दिया है. चुनाव आयुक्त ने तय समय पर विधानसभा का चुनाव कराने का ऐलान कर दिया.

राजद प्रवक्ताओं को टिप्स देंगे तेजस्वी

चुनाव आयोग के ऐलान के बाद राजद चुनावी मोड में आ गई है. तेजस्वी यादव चुनावी समर में उतरने की तैयारी में जुट गई हैं. तेजस्वी यादव ने आज शाम में राजद के प्रवक्ताओं की मीटिंग बुलाई है. बताया जा रहा है कि तेजस्वी यादव आज इस मीटिंग में राजद के प्रक्ताओं को टिप्स देंगे. चुनावी समर में उतरने से सरकार को घेरने को लेकर रणनीति बनाने पर चर्चा करेंगे इसके साथ ही सरकार पर बयान देने को लेकर भी टिप्स देंगे. राजनीतिककारों को कहना है कि प्रवक्ताओं को सरकार को घेरने की रणनीति बनानी होगी. जिस तरह से सत्ता पक्ष की ओर से लगातार लालू एंड फैमिली को लेकर अक्रामक बयान दिए जा रहे है. उसका भी जवाब देना होगा.

मुख्य चुनाव आयुक्त का एलान काफी निराशाजनक

वहीं महागठबंधन के सहयोगी कांग्रेस पार्टी ने चुनाव आयोग के ऐलान पर ही सवाल खड़ा कर दिया है. कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा है कि इस कोरोना संकटकाल में भी समय पर बिहार में चुनाव होंगे मुख्य चुनाव आयुक्त का यह एलान काफी निराशाजनक है। उन्होंने कहा है कि कोविड-19 के बेतहाशा बढ़ते संक्रमण का प्रयोगशाला बिहार को मत बनावें चुनाव आयोग. उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियों ने चुनाव आयोग को कोरोना के बढ़ते संक्रमण और बाढ़ की विभीषिका के बीच चुनाव कराने का विरोध किया था. इसके साथ ही वास्तविक चुनाव के लिए आमलोगों की भागीदारी होना जरूरी है।

कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर सवाल खड़ा करते हुए पूछा कि क्या चुनाव आयोग पे कोई राजनीतिक दवाब है? क्या चुनाव आयोग आम मतदाताओं, राजनीतिक लोगों, चुनावकर्मियों, सुरक्षाकर्मियों को संक्रमण मुक्त चुनाव की गारंटी देगा?