कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना से बंगाल सरकार बैकफुट पर नजर आ रही है। कोलकाता की घटना को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। यही वजह है कि बंगाल सरकार ने भी महिलाओं की सुरक्षा मजबूत करने के लिए कुछ दिशा निर्देश जारी करने की तैयारी की हैं। इनके मुताबिक महिला सुरक्षा से जुड़ी एक मोबाइल एप लॉन्च की जाएगी। साथ ही सुरक्षाकर्मियों में महिलाओं की भी भर्ती की जाएगी और साथ ही संस्थानों को महिलाओं की रात की ड्यूटी न लगाने के लिए कहा जाएगा।
कोलकाता में जूनियर डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे फुटबॉल समर्थकों पर पुलिस ने रविवार को लाठीचार्ज किया है। इससे कई लोगों के घायल हुए हैं। प्रदर्शन कारियों को गाड़ियों में भर कर ले जाया गया। उल्लेखीय है कि ईस्ट बंगाल, मोहन बागान और मोहम्मडन स्पोर्टिंग के समर्थक पहली बार एक साथ आकर न्याय की मांग कर रहे थे। इससे पहले ईएम बाईपास, बेलियाघाटा कोलकाता पुलिस क्षेत्र, कोलकाता पुलिस आयुक्त द्वारा धारा 163 (पहले 144) नोटिस जारी किया गया था। उसके बाद रविवार को साल्टलेक स्थित युवा भारती क्रीड़ागन में पुलिस ने ईस्ट बंगाल और मोहन बागान के होने वाले फुटबॉल मैच को रद्द कर दिया था। विधाननगर कमिश्नरेट का दावा है कि समर्थकों के विरोध जुलूस में बड़े शोर-शराबे का खतरा हो सकता था, लेकिन इसके बावजूद बड़ी संख्या में इनके समर्थक पहुंचे और विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और समर्थकों को हिरासत में लिया।
जूनियर डॉक्टर हत्याकांड की जांच कर रही केंद्रीय एजेंसी ने रविवार को आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के आपातकालीन वार्ड की जांच की और 3डी लेजर मैपिंग की। 14 और 15 अगस्त की दरम्यानी रात को भीड़ ने अस्पताल पर हमला बोला था और इमरजेंसी वार्ट में भी तोड़फोड़ की थी।
सीबीआई ने इस मामले में गिरफ्तार आरोपी संजय रॉय का मनोवैज्ञानिक जांच की है। सूत्रों ने बताया कि सीबीआई टीम का एक मनोवैज्ञानिक जांच दल शनिवार को ही कोलकाता पहुंच गया था।
You must be logged in to post a comment.