रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध से भारत की आम जनता पर पड़ी महंगाई की मार कमर्शियल गैसों के दामों में हुआ ₹105 का इजाफा।

रूस-यूक्रेन की जंग के कारण पूरे विश्व में आर्थिक मार देखने को मिल रही है। चाहे वो कच्चे तेलों के दाम हों या फिर गैस सिलेंडर। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध का असर भारत में भी अब साफ नजर आने लगा है।

कमर्शियल गैस सिलेंडर हुए महंगा।

यही कारण है कि भारत में 1 मार्च को एलपीजी सिलेंडर के नए रेट जारी किए गए हैं। सिलेंडर के रेट में 105 रुपये का इजाफा हुआ है। यह इजाफा कमर्शियल सिलेंडर में किया गया है और बहुत हद तक संभव है कि 7 मार्च के बाद घरेलू एलपीजी सिलेंडर भी महंगे हो जायेंगे। चुकी अभी उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की छठे चरण की वोटिंग 3 मार्च और सातवें चरण का मतदान 7 मार्च को होना है। ऐसे में ये माना जा रहा है कि देश में 7 मार्च के बाद आम जनता पर महंगाई की मार पड़ सकती है।

अभी नहीं बढ़ें है घरेलू एलपीजी सिलेंडरो के दाम।

6 अक्टूबर 2021 के बाद से घरेलू एलपीजी सिलेंडर न तो सस्ता हुआ है और न ही महंगा। हालांकि इस दौरान कच्चे तेल की कीमतें 102 डॉलर प्रति बैरल के पार चली गई हैं। हालांकि इस दौरान कामर्शियल सिलेंडर की कीमतों में अच्छा-खासा बदलाव देखने को मिला। बता दें अक्टूबर 2021 से एक फरवरी 2022 के बीच कामर्शियल सिलेंडर के दाम 170 रुपये बढ़े हैं। दिल्ली में 1 अक्टूबर को कामर्शियल सिलेंडर का दाम 1736 रुपये था। नवंबर में यह 2000 का हुआ और दिसंबर में 2101 रुपये का हो गया। इसके बाद जनवरी में यह फिर सस्ता हुआ और फरवरी 2022 को और सस्ता होकर 1907 रुपये पर आ गया था। लेकिन मार्च में दोबारा से इसके मूल्यों में 105 रुपए की वृद्धि हो गई है।

कामर्शियल सिलेंडर के दाम में हुई 105 रुपये की वृद्धि।

19 किलो वाला एलपीजी सिलेंडर 1 मार्च यानी आज से अब दिल्ली में 1907 रुपये के बजाय 2012 रुपये में मिलेगा। कोलकाता में अब 1987 रुपये के बजाय 2095 रुपये में मिलेगा जबकि, मुंबई में इसकी कीमत अब 1857 से बढ़कर 1963 रुपये हो गई है।

तो क्या चुनाव बाद घरेलू सिलेंडर 100 से 200 रुपये होगा महंगा?

पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव को लेकर नॉन-सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर की कीमतों में कई महीने से राहत है। कच्चे तेल के दाम 102 डॉलर प्रति बैरल पार होने के बावजूद छह अक्टूर 2021 से घरेलू एलपीजी सिलेंडर के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि चुनाव बाद यानी 7 मार्च के बाद कभी भी गैस के दाम 100 से 200 रुपये प्रति सिलेंडर से अधिक बढ़ सकते हैं।