पंजाब के पटियाला में कब्बड़ी खिलाड़ी धर्मिंदर सिंह की गोली मारकर की गई हत्या।

पंजाब में फिर एक खिलाड़ी की हत्या कर दी गई है। यहां पंजाबी यूनिवर्सिटी के सामने दो गुटों में झड़प हुई थी, जिसके बाद कबड्डी प्लेयर धर्मिंदर सिंह को प्रतिद्वंदी गुट की ओर से निशाना बनाया गया। उन्हें बीते रोज रात को गोलियां मारी गईं। जिससे मौके पर ही उनकी जान चली गई।

पटियाला पुलिस के एसएसपी नानक सिंह ने घटना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि, कल गोली मारकर खिलाड़ी धर्मिंदर की हत्या कर दी गई। पुलिस ने उनकी लाश को कब्जे में ले लिया है। प्रारंभिक पड़ताल में यह सामने आया है कि, मंगलवार रात पटियाला स्थित यूनिवर्सिटी में दौन कलां और थेरी गांवों के प्रतिद्वंद्वी गुटों में झड़प हुई थी। उसके कुछ समय बाद, धर्मिंदर ने यूनिवर्सिटी के परिसर के बाहर एक ढाबे पर प्रतिद्वंद्वी गुट के सदस्यों साथ बैठक के दौरान अपने ग्रामीणों का प्रतिनिधित्व किया। बात चल ही रही थी कि किसी ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी।

कबड्डी प्लेयर धर्मिंदर सिंह की हत्या की खबर मिलते ही उनके गांव में कोहराम मच गया। दौन कलां गांव कबड्डी क्लब के अध्यक्ष रहे धर्मिंदर राजनीतिक रूप से भी सक्रिय थे। 20 फरवरी को पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए उन्होंने शिरोमणि अकाली दल छोड़ दिया था और घनौर में आम आदमी पार्टी के लिए प्रचार किया था। उन्होंने कबड्डी के भी एक खिलाड़ी गुरलाल घनौर के लिए भी प्रचार किया था।

पटियाला के एसएसपी नानक सिंह ने कहा कि, धर्मिंदर की हत्या की वारदात की सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पहुंच गई थी। उन्होंने कहा, “हमने शव को अपने कब्जे में ले लिया है और जांच शुरू कर दी है। अब तक की पड़ताल में यह सामने आया है कि, हत्या रंजिशन की गई है।

उन्होंने कहा, “प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ की जा रही है । ” उन्होंने कहा, “अब तक हत्या की वारदात के पीछे चार लोगों की पहचान हो चुकी है।” उन्होंने कहा कि “आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की टीमें भेजी गई हैं और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।” उन्होंने इस मामले में गैंगस्टरों की संलिप्तता से इनकार किया है।

यह घटना एक अन्य अंतरराष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी संदीप सिंह नंगल अंबियन की 14 मार्च को जालंधर में चार हमलावरों द्वारा गोली मारकर हत्या करने के बाद हुई है। पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है और मामले में कनाडा के एक एनआरआई का नाम सामने आया है।

धर्मिंदर की हत्या की वारदात वाले दिन यानी मंगलवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पंजाब के पुलिस प्रमुख वीके भवरा से एडीजीपी रैंक के एक अधिकारी की अध्यक्षता में एक एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) गठित करने को कहा था। पुलिस विभाग की उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए मान ने संगठित अपराध को प्राथमिकता के आधार पर खत्म करने की जरूरत पर जोर दिया था। उन्होंने अधिकारियों को अपेक्षित जनशक्ति, नवीनतम उपकरण और सूचना प्रौद्योगिकी के अलावा पुलिस बल को “नशीले पदार्थों के व्यापार और कबड्डी खेल में अपने पंख फैलाने वाले गठजोड़ को तोड़ने के लिए” पर्याप्त धन का आश्वासन भी दिया।