तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर उठाया सवाल, कहा- 20 सीट पर जानबूझकर हरवाया गया, राजद ने की रिकाउंटिंग की मांग,

बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे भले ही आ गए हैं लेकिन राज्य में राजनीतिक हलचल अभी भी जारी है. गुरुवार को पटना में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर महागठबंधन के नेताओं की बैठक हुई. इस बैठक में राजद नेता तेजस्वी यादव ने विधायकों को संबोधित किया और दावा किया कि सरकार उनकी ही बनने जा रही है.

तेजस्वी को कांग्रेस में टूट का डर

तेजस्वी यादव ने अपने विधायकों से अपील की है कि वो अगले एक महीने तक पटना में ही रहें. सूत्रों की मानें तो तेजस्वी यादव को गठबंधन में से कांग्रेस के कुछ विधायकों के छिटकने की आशंका है, ऐसे में वो पूरी तरह सतर्क रहना चाहते हैं. इसी बैठक में तेजस्वी यादव को महागठबंधन का नेता चुना गया था.

बिहार में विधानसभा चुनाव में एनडीए का सफलता हासिल हुई है. लेकिन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार चुनाव में विश्वसनीयता को लेकर बड़ा सवाल किया है. तेजस्वी यादव ने रिकाउंटिंग की मांग की है. तेजस्वी ने कहा कि महागठबंधन को कम से कम 20 सीटों पर जानबूझकर हरवाया गया है.

पोस्टल बैलेट रद्द किये जाने को लेकर सवाल

राजद की प्रेस कांफ्रेंस में तेजस्वी यादव काफी आक्रोश दिखें. उन्होंने पोस्टल बैलेट रद्द किये जाने को लेकर बड़ा सवाल खड़ा किया है. उन्होंने कहा कि जो लोग शिक्षित हैं, जो जागरूक हैं. उनके वोट को रद्द किया जा रहा है. तेजस्वी ने कहा कि चुनाव आयोग के मुताबिक पोस्टल बैलेट की गिनती की प्रक्रिया पहले होनी चाहिए. नियमों के मुताबिक वैलिड और इनवैलिड पोस्टल बैलेट को  वीडियोग्राफी कर सील करना होता है. मतगणना के 40 दिन तक इसे सील रखा जा सकता है. इसलिए महागठबंधन की मांग है कि रिकाउंटिंग कराया जाये. महागठबंधन के लगभग 20 उम्मीदवारों को जानबूझकर हराया गया.

तेजस्वी यादव को महागठबंधन का नेता चुना गया

पटना में राजद और फिर महागठबंधन की बैठक खत्म हो गयी है. राजद के वरिष्ठ नेता और प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने बताया कि तेजस्वी यादव को महागठबंधन का नेता चुना गया है. उन्होंने कहा कि जनादेश हमारे पक्ष में था लेकिन हमें छल बल से हराया गया. तहा कि जनता ने जो हमे जो जिम्मेवारी दी है सदन से लेकर सड़क तक हम उसे निभायेंगे.