पटना मेयर ने सरकारी दावों को कठघरे में खड़ा किया , नगर विकास मंत्री से कहा नही मिल रहा गरीबों को लॉकडाउन में उनका हक

एक और जहां सरकार गरीबों को राशन और अन्य संसाधन उपलब्ध कराने का दावा कर रही हैं वहीं पटना की मेयर ने सरकार को ही कटघरे में खड़ा करते हुए व्यवस्था दुरूस्त करने के लिए नगर विकास मंत्री को पत्र लिखा है ।मेयर ने इस पत्र में कहा है कि पटना नगर निगम के सभी माननीया/ माननीय पार्षद द्वारा सूचित किया गया है कि पटना नगर निगम की गरिमा बनाए रखने के लिए कोरोना वायरस के कारण लॉक डाउन की स्थिति में बीपीएल एवं गरीब परिवार दिहाड़ी मजदूरों पर राशन उपलब्ध नहीं हो पा रहा है जिसके कारण उनके समक्ष खाने-पीने की विकट समस्या उत्पन्न हो गई है।
आपदा प्रबंधन के द्वारा जो व्यवस्था की गई है उसका लाभ इन सभी को नहीं मिल पा रहा है। ऐसी आपदा स्थिति से निपटने के लिए सभी पार्षदों को माननीय विधायकों की भांति विशेष परिस्थिति में राशि राज्य सरकार (नगर विकास एवं आवास विभाग) राशि उपलब्ध कराई जाए। जिससे वे अपने अपने वार्ड के बीपीएल गरीब परिवार दिहाड़ी मजदूरों को राशन उपलब्ध करा सके। विदित हो कि लोग डाउन की स्थिति में बीपीएल गरीब परिवार दिहाड़ी मजदूरों एवं उनके परिवार के समक्ष राशन एवं भोजन की विकट समस्या उत्पन्न हो रही है एवं माननीया/ माननीय पार्षद वार्ड कार्यालय पर सुबह होते ही राशन के लिए भीड़ जुटने लगती है जो कभी-कभी नियंत्रण से बाहर हो जाती है। विदित हो कि लॉक डॉन की अवधि बढ़ने की भी संभावना है। ऐसी स्थिति में अपने अस्तर से उचित कदम उठाने की कृपा की जाए।
ऐसे में देखना ये है कि नगर विकास विभाग के मंत्री इस पत्र पर क्या कदम उठाते हैं।