आइसोलेशन वार्ड में गर्भवती महिला के साथ रेप का आरोपी गिरफ्तार, दास्तां सुन आपके रोंगटें खड़े हो जाएंगे।

खबर गया से है जहां मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में गर्भवती महिला के साथ रेप करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी अस्पताल का ही स्वास्थ्यकर्मी है। इस पर पंजाब से लौटी गर्भवती महिला के साथ जबरन 2 दिनों तक शारीरिक संबंध बनाने का आरोप लगा है.

यह है मामला

गया के बांकेबाजार प्रखंड अंतर्गत रौशनगंज की पूनम देवी 24 साल, नामक महिला लुधियाना से गत 25 मार्च को अपने घर लौटी थी, महिला के पति
धर्मेन्द्र चौधरी लुधियाना में साइकिल पेन्ट करने का काम करते हैं। उनकी पत्नी दो महीने की गर्भवती थीं. उन्हें लुधियाना के कई अस्पतालों में दिखाया पर तबियत नहीं सुधरी तो धर्मेन्द्र अपनी पत्नी और अपने डेढ़ साल के बच्चे के साथ बिहार के गया ज़िला स्थित लौट आए। वे उसे एंबुलेंस से लेकर लौटे थे।

इधर तबियत ज्यादा बिगड़ने पर मगध मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड में 27 मार्च को उसे भर्ती कराया गया ।फिर 2 दिनों के बाद महिला वहां से कोरोना वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया. जहां महिला का कोरोना टेस्ट भी कराया गया। बताया जा रहा है उस वार्ड में इस महिला को छोड़कर और कोई नहीं था। कोरोना की जंच रिपोर्ट नेगेटिव आई । इसके बाद महिला 2 अप्रैल को अपने घर लौट आई थी और अचानक सोमवार की सुबह महिला की मौत हो गई।

महिला के पति और सास ने लगाया आरोप

महिला के पति धर्मेन्द्र चौधरी और महिला की सास ने अस्पतालकर्मी पर दुस्कर्म का आरोप लगाया है ।महिला के सास का कहना है कि
स्वास्थ्यकर्मी के द्वारा किए गए गंदी हरकत की आपबीती मेरी बहू ने मुझसे बताया था।इस घटना का जिक्र कोरोना वार्ड के गेटमैन से किया तो वह चुप रहने को बोलने लगा।बहू लौटने के बाद काफी डरी सहमी रह रही थी वह हमेशा कंपाउंडर का जिक्र करती थी। सास का कहना है कि मेडिकल अस्पताल में भर्ती के दौरान माथे पर टीका धारी स्वास्थ्यकर्मी के द्वारा किये गए गलत व्यवहार और यौनाचार की चर्चा घर में अक्सर करती और सिहर उठती। उन्होंने कहा कि पेट में पल रहे बच्चे और बहू की मौत का जिम्मेदार अस्पताल का स्वास्थ्यकर्मी है, उसी की वजह से मेरी बहू की जिंदगी चली गई. यदि अस्पताल के कोरोना वार्ड में नहीं भेजा जाता तो मेरी बहू के साथ ऐसी कोई हरकत नहीं होती।