रामनवमी पर पटना के इन इलाकों में ट्रैफिक रूट में हुआ ये बदलाव, गाड़ी से जाने पहले जाने रूट

पटना । रामनवमी पर महावीर मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ और जुलूस इत्यादि को लेकर महावीर मंदिर व आसपास के इलाके में यातायात पर प्रतिबंधित रहेगा। महावीर मंदिर और डाकबंगला चौराहा के समीप की सड़कों पर वाहनों का परिचालन नहीं होगा। नौ अप्रैल की सुबह आठ बजे से अगले दिन 10 की रात 11 बजे तक प्रतिबंध लागू रहेगा। यातायात पुलिस अधिकारियों ने परेशानी से बचने के लिए रामनवमी के दौरान वाहन चालकों को इन इलाके में नहीं जाने की सलाह दी है।

रामनवमी को लेकर महावीर मंदिर में बड़े स्तर पर तैयारियां चल रही है। इस दौरान वहां लाखों की संख्या में भक्त पूजा अर्चना के लिए पहुंचेंगे। वहीं, डाकबंगला चौराहे पर 40 से ज्यादा जुलूस का स्वागत किया जाएगा। इस कारण से महावीर मंदिर व डाकबंगला चौराहा जाने वाले रास्ते पर आपातकालीन वाहनों को छोड़कर अन्य वाहनों के संचालन पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा।

श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो इसके लिए महावीर मंदिर, पटना में पूजा करने वाले श्रद्धालुओं हेतु वीर कुंवर सिंह पार्क, पटना के पश्चिमी गेट से प्रवेश होगा ।

इन मार्गों पर नहीं होगा वाहनों का संचालन

महावीर मंदिर के निकट एवं पटना जंक्शन गोलंबर के पूरब वीणा सिनेमा रोड तक, डाकबंगला चौराहा से पटना जंक्शन के बीच, बुद्ध मार्ग पर जीपीओ फ्लाइओवर के नीचे और वीरचंद पटेल पथ से अदालतगंज रोड में वाहनों का परिचालन प्रतिबंधित रहेगा। वहीं, अदालतगंज रोड में पूरब से पश्चिम की ओर यातायात व्यवस्था वन वे रहेगा।

करबिगहिया की तरफ से जा सकेंगे पटना जंक्शन

यातायात प्रतिबंध का सबसे ज्यादा असर पटना जंक्शन से ट्रेन पकड़ने वाले यात्रियों पर पड़ेगा। यातायात पुलिस ने परेशानी से बचने के लिए वाहन चालक व यात्रियों से महावीर मंदिर की साइड से पटना जंक्शन ना जाकर करबिगहिया की तरफ से जंक्शन जाने का सुझाव दिया है। वाहन चालक कोतवाली थाना से बुद्धमार्ग के रास्ते आरओबी के ऊपर से करबिगहिया की तरफ से पटना जंक्शन जा सकेंगे।गौरतलब है कि रामनवमी को लेकर पटना के हनुमान मंदिर में खास तैयारी की जा रही है। कोरोना काल के बाद रामनवमी में भक्तों की भीड़ उमड़ने की संभावना जताई जा रही है।

जिला दंडाधिकारी, पटना डॉ. चंद्रशेखर सिंह एवं वरीय पुलिस अधीक्षक, पटना श्री मानवजीत सिंह ढिल्लो ने कहा है कि विधि- व्यवस्था का संधारण प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।