नीतीश सरकार अब पोषण ट्रैकर एप से आंगनबाड़ी केंद्रों की हर गतिविधियों पर नजर रखने जा रही है। बताया गया है कि सेविकाएं पोषण ट्रैकर एप का उपयोग करेंगी। इसके लिए सेविकाओं को स्मार्ट फोन दिया जाएगा। यह जानकारी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी मंजू कुमारी ने प्रखण्ड के आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 52 में पोषण ट्रैकर के तहत आंगनबाड़ी सेविकाओं को दिए जा रहे दो दिवसीय प्रशिक्षण में दी। उन्होंने बताया कि प्रत्येक माह सभी सेविकाओं को नेट पैक के लिए 250 रुपये दिए जाएंगे। पोषण ट्रैकर एप से आइसीडीएस सेवाओं की गुणवत्ता सुगम व अनुश्रवण किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि आइसीडीएस से संबंधित सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार में आंगनबाड़ी केंद्रों के अनुश्रवण की प्रक्रिया को आसान बनाने के विभागीय तौर पर सतत प्रयास किये जा रहे हैं।
इसी क्रम में आंगनबाड़ी केंद्रों की सतत निगरानी व अनुश्रवण के लिए पोषण ट्रैकर एप का उपयोग किया जाएगा। इसके जरिए केंद्र सरकार राज्य में सीधे महिलाओं व बच्चों को दिए जाने वाले पोषाहार पर नजर रखेगी।प्रशिक्षण दे रहे गोवर्धन कुमार यादव, नीरज कुमार, मोहसिना ख़ातून ने बताया कि राष्ट्रीय पोषण अभियान के तहत सभी आंगनबाड़ी सेविकाओं को स्मार्ट फोन उपलब्ध कराया जाएगा। इसके माध्यम से आइसीडीएस सेवाओं की गुणवत्ता व सुगम अनुश्रवण प्रक्रिया का संचालन सभी सेविकाओं द्वारा किया जा रहा था। अब पोषण ट्रैकर एप के प्रयोग सुनिश्चित कराने को कहा गया है। प्रशिक्षण में सभी सेविकाओं को उनके अपने मोबाइल पर पोषण ट्रैकर एप डाउनलोड करने का निर्देश दिया गया। इस दो दिवसीय प्रशिक्षण के पहले दिन बीस-बीस की संख्या वाले सेविकाओं के बैच के तहत चार बैच को प्रशिक्षण दिया गया, वहीं शेष सेविकाओं को दूसरे दिन प्रशिक्षण दिया जाना है। विदित हो कि अब तक आंगनबाड़ी केंद्रों में ऑफलाइन हिसाब रखा जाता था। ऑनलाइन होने से मनमानी पर रोक लगेगी। इस मौके पर महिला पर्यवेक्षिका प्रीत रानी प्रीत,माला कुमारी आदि मौजूद थी।
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