बिहार में रूक-रूककर हो रही बारिश के बाद कई जिलों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। इस बीच मौसम विभाग ने सूबे के अधिकतर जिलों में अगले 48 घंटे तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। लगातार बारिश की वजह से बिहार की कई नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है। मौसम विभाग ने भी बारिश और बाढ़ के मद्देनजर बिहार के करीब 17 जिलों को अलर्ट पर रखा है। कटिहार, बेगूसराय, मुंगेर और भागलपुर में नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।
बिहार में मंडराया बाढ़ का खतरा
बिहार के कई जिलों में पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है। गंगा के जलस्तर बढ़ोतरी दर्ज की गई है। गंगा के साथ-साथ गंडक, बागमती नदियों का भी जलस्तर बढ़ा है। हालांकि, प्रदेश की सभी नदियां फिलहाल खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं, पर सूबे में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। नेपाल में भी पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही, जिसकी वजह से बिहार की नदियों के जलस्तर पर असर पड़ा है। मौसम विभाग की ओर से अगले दो दिनों तक जोरदार बारिश का अनुमान जताया गया है।
क्या है मौसम विभाग का अनुमान
मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि अगले 48 घंटे में सूबे के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। वहीं कुछ इलाकों में वज्रपात की भी आशंका जताई गई है, ऐसे में लोगों से जरूरी नहीं होने पर घरों में रहने की अपील की गई है। वहीं मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, मुंगेर समेत कई जिलों में लोग सकते में हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इन जिलों में नदियों का जलस्तर पिछले कुछ दिनों में तेजी से बढ़ा है। अगर इन इलाकों में मूसलाधार बारिश होती है तो बाढ़ का खतरा हो सकता है। मुजफ्फरपुर में बागमती नदी का जल स्तर बढ़ा है। शुक्रवार को बेनीबाद में नदी का पानी 47.39 मीटर पर पहुंच गया, जबकि यहां खतरे का निशान 48.68 मीटर पर है। रेवाघाट में गंडक नदी का जलस्तर 53.17 मीटर पर रहा, जबकि खतरे का निशान 54.41 मीटर पर है।
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