बिहार : थर्ड फ्रंट के गठन पर बोले यशवंत सिन्हा, समय बताएगा कि हम तीसरे हैं या पहले

बिहार में विधानसभा चुनाव की आहट के साथ हीं राजनैतिक सरगर्मियां भी तेज हो गयी है। बीजेपी के पूर्व नेता यशवंत सिन्हा ने शनिवार को राजधानी पटना में प्रेस वार्ता करते हुए राज्य में थर्ड फ्रंट का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि राज्य में पिछले 27 सालों से मानव विकास निचले स्तर पर है। रोजगार, पलायन, रोजगार, विधि-व्यवस्था जैसे मुद्दों पर नीतीश सरकार विफल रही है। ऐसे में तीसरे मोर्चे के साथ हम विधानसभा चुनाव मजबूती से लड़ेंगे।

क्या बोले यशवंत सिन्हा

यशवंत सिन्हा ने कहा कि विधानसभा चुनाव में तीसरा फ्रंट बनाएंगे। राजनीति में मिलकर हमलोग एक पार्टी बनाएंगे। लेकिन यह भविष्य तय करेगा कि हमलोग पहले है या तीसरे हैं। हमलोग मिलकर चुनाव लड़ेंगे। मजबूती के साथ लड़ेंगे। क्योंकि बिहार को बदलने में नीतीश सरकार फेल हैं।

बिहार की स्थिति को बताया

सिन्हा ने कहा कि बिहार की स्थिति क्या है। वह आपके सामने रख रहा हूं. जैसे मानव विकास में 27 साल में नीचले स्तर पर है. बिहार आज सारे प्रदेशों में गरीब है. हर साल 40 लाख लोग बिहार से पलायन करते हैं. क्योंकि उनको लेकर कोई रोजगार नहीं हैं. स्वास्थ्य व्यवस्था में सबसे नीचले स्तर पर हैं. सिन्हा ने कहा कि बिना बिहार में विधि व्यवस्था खत्म है। साथ हीं हर सेक्टर में भ्रष्टाचार व्याप्त है।

बिहार का हुआ अपमान

सिन्हा ने कहा कि हाल के दिनों में यह देखा गया कि लॉकडाउन के दौरान फंसे लोग कैसे और किस तरह से पैदल अपने गांव आए. यह दुखद था. मैं  भी बिहार होने का दर्द झेला हूं, लेकिन यह साबित किया है कि हम सबसे बेहतर है. लेकिन इस बार बिहारी होने के गर्व पर इस बार ठेस पहुंचा है. कैसे इस गौरव को वापस लाया जाए. इसको लेकर रणनीति बनानी है. सिन्हा ने कहा कि मुझे भी बुलाया गया था. जिसको लेकर मैं कई दिनों से पटना में हूं. बिहार की प्रतिष्ठा को वापस लाने के लिए जीवन का बचा वक्त बेहतर बनाने में लगाए. मैं अपने सभी साथियों को साथ देने के लिए धन्यवाद देता हूं. इस दौरान अरूण कुमार, नागमणि, नरेंद्र सिंह समेत कई नेता मौजूद रहे