नगर निगम की लापरवाही ने ली 4 साल के मासूम की जान। क्या बड़े हादसों के इंतजार में बैठे हैं अधिकारी? कई जगहों पर खुले नाले अब भी दे रहे घटना को न्योता….।

सोमवार की शाम पटना में बड़ा दर्दनाक हादसा हुआ। राजीव नगर थाना क्षेत्र के रोड नंबर-23 में नगर निगम की लापरवाही से चार साल का आयुष खुले नाले में गिर गया। काफी मशक्कत के बाद आधे घंटे बाद उसे बाहर निकाला लिया गया। लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही आयुष की सांसे उस मासूम से छीन चुकी थी। घटना के बाद मासूम का शव लेकर आक्रोशित लोग दीघा के आईटीआई मोड़ पर पहुंचे। बच्चे का शव गोद में लेकर मां बाप बीच सड़क पर बैठ रोने लगे। लोगों ने इस घटना पर अपना गुस्सा दिखाते हुए दीघा और गांधी मैदान रोड पर टायर जलाकर रास्ता जाम किया।

मिली जानकारी के अनुसार, रोड नंबर 23 के नाले के पार निराला नगर का यह बच्चा रहने वाला था। आयुष के पिता विक्की कुमार आटो चलाते और उनकी मां मुन्नी देवी सब्जी बेचती है। विक्की के तीन बच्चे हैं। एक पांच साल बड़ा बेटा रूद्रा और चार माह की बेटी है। सोमवार को विक्की आटो लेकर निकले उसके बाद आयुष दादी से दस रुपये लेकर नाले के पास चिप्स खरीदने के लिए निकला था उसके साथ उसका बड़ा भाई रूद्रा और पड़ोस की रहने वाली चार साल की बच्ची भी थी। सड़क खराब होने की वजह से अधिकांश लोग नाले पर बने स्लैब के जरिए आते जाते हैं। तीनों बच्चे भी नाले पर बने स्लैब से होकर जा रहे थे। तभी आगे चल रहा आयुष स्लैब के बीच खाली जगह होने की वजह से नाले में जा गिरा।

रूद्रा दौड़कर घर गया और दादी को घटना की जानकारी दी। रूद्रा सहमा हुआ था। दादी को रोते हुए बताया कि आयुष नाले में गिर गया। दादी मुन्नी देवी और परिजन भागकर वहां पहुंचे। दादी नाले में घुसी। नाले में करीब तीन फीट पानी था। करीब छह सात मीटर आगे नाले में आयुष मिला। स्वजन उसे आनन-फानन घुड़दौड़ रोड स्थित निजी अस्पताल में ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।