वर्ष 2022 के विदा होते-होते तक ठंड बहुत ज्यादा नहीं थी, पर नव वर्ष की शुरुआत में कोहरे की चादर से आई ठिठुरन ने इसकी अनुभूति करा दी। पूरा उत्तर बिहार कड़ाके की ठंड की चपेट में है। मौसम विभाग के अनुसार इस सीजन में सबसे ज्यादा ठंड सोमवार को रही। ठंड से जनजीवन प्रभावित है। शीतलहर चल रही है, सो लोग घरों में दुबके हैं। सामान्य दिनों में सड़क पर हर ओर जाम होता है, पर सोमवार को वाहनों की संख्या बहुत कम थी। मध्य भारत में बने प्रति चक्रवात के कारण बीते 48 घंटों से पूरा प्रदेश कोहरे की चादर में लिपटा नजर आ रहा है। अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे रहने और कोहरे के कारण कनकनी बढ़ गई है।
किशनगंज और जीरादेई में सबसे अधिक ठंड का कहर …
मौसम विभाग के अनुसार, अगले तीन दिनों तक प्रदेश में कोहरे का कहर जारी रहेगा। अधिकतम तापमान में क्रमिक गिरावट से ठंड का प्रभाव बना रहेगा। राजधानी का अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री गिरावट के साथ 16.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम 12.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, आठ डिग्री सेल्सियस के साथ किशनगंज और जीरादेई राज्य का सबसे ठंडा क्षेत्र रहा। घने कोहरे के कारण राजधानी समेत प्रदेश के 20 जिलों के अधिकतम तापमान में भारी गिरावट आई है।
अधिकतर जिलो में 10 डिग्री के नीचे तापमान…
औरंगाबाद और सबौर के तापमान में आंशिक वृद्धि दर्ज की गई। गया, सिवान, सबौर, फारबिसगंज, किशनगंज, बांका, सारण में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे दर्ज किया गया। मौसम विज्ञानी के अनुसार पटना में सुबह साढ़े चार बजे के आसपास सबसे कम दृश्यता सौ मीटर दर्ज की गई। पूर्णिया व भागलपुर में सुबह के समय सबसे कम दृश्यता 30 डिग्री दर्ज की गई। इसके प्रभाव से विमान व यातायात के साथ आमलोगों का जनजीवन भी प्रभावित रहा। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से अगले तीन दिनों तक लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
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