हर साल गिर रहा ‘स्मार्ट पटना’ की रैंकिंग, 2018 में था 22वां स्थान, अब 33वें रैंक पर

एक तरफ जहां बिहार की राजधानी पटना को स्मार्ट बनाने की कवायद को लेकर कई योजनाएं धड़ल्ले से चलाये जा रहे हैं, वहीं स्मार्ट सिटी की वार्षिक रिपोर्ट में पटना फिसड्डी साबित हो रहा है। शहरी विकास मंत्रालय के द्वारा जारी स्मार्ट सिटी को लेकर जारी वार्षिक रिपोर्ट में पटना को 100 शहरों में 33वां स्थान मिला है। शहरी विकास मंत्रालय की रिपोर्ट हीं नहीं बल्कि यह स्मार्ट शहरों की लिस्ट में पटना की पोल खोलती एक तस्वीर है।

2018 में मिला था 22वां स्थान

2018 में पटना को 22वां रैंक मिला था। 2019 में 2019 था. हर बार रैंकिंग में गिरता जा रहा है। पटना स्मार्ट सिटी को कुल 42.89 स्कोर मिला है. टॉप सिटी में आगरा है. जिसे 73.17 स्कोर मिला है।

अन्य शहरों की स्थिति भी दयनीय

पटना के अलावे बाकी शहरों की भी बुरी स्थिति हैं। भागलपुर को 71वां, बिहारशरीफ को 73वां और मुजफ्फरपुर को 96वां रैंक मिला है। मुजफ्फरपुर में एरिया बेस्ड 1268 करोड़ और पैन सिटी डेवलपमेंट के लिए 312 करोड़ के प्रोजेक्ट तो मिल गए, लेकिन अबतक 197.52 करोड़ की योजना का न तो टेंडर हो सका है और किसी नहीं एक पर काम शुरू नहीं हो सका है।