पटना. नालंदा मेडिकल कॉलेज के चमत्कार ने हर किसी को कर दिया हैरान.. जानिए क्यों हो रही हैं डॉक्टर की तारीफ……

विज्ञान के आने से मानव जीवन में कई बदलाव आए हैं।उन्हीं चमत्कारों में से एक है मेडिकल का क्षेत्र। डॉक्टरों को यूहीं नही भगवान कहा जाता, भगवान जैसे कुछ करिश्में अगर कोई कर सकता है तो ईश्वर के बाद वह है डॉक्टर। बिहार की राजधानी पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल से एक ऐसी ही चमत्कार की घटना सामने आई है। जहां महिला व प्रसूति विभाग में डॉ उषा कुमारी के नेतृत्व में 40 वर्षीया महिला का ऑपेरशन कर पेट से लगभग 15 किलो के ओवेरियन ट्यूमर को सफलतापूर्वक निकाला लिया गया। यह ऑपरेशन लगभग एक घंटे तक चला। ऑपरेशन में डॉ उषा कुमारी के साथ सहयोग के लिए डॉ संगीता कुमारी, डॉ वीणा कुमारी सिन्हा, डॉ रेखा, डॉ साधना, डॉ फरहत व डॉ तृप्ति के साथ निश्चेतना विभाग के दो डॉक्टर डॉ विजय कुमार व डॉ प्रकाश भी सहयोग किया। आपरेशन के बाद डॉ उषा कुमारी ने बताया कि ओवेरियन ट्यूमर निकालने के साथ बच्चेदानी का भी ऑपरेशन किया गया था। चिकित्सक ने बताया कि मरीज का हेमोग्लोबीन कम होन की वजह से उनकी टीम के लिए यह ऑपरेशन एक चुनौती था, लेकिन उनके दृढ़ लगन और सूझबूझ से यह ऑपरेशन सफल रहा।

भर्ती हुए एक सप्ताह हुआ था


आलमगंज थाना क्षेत्र के आलमगंज मुहल्ला में रहने वाली महिला मरीज को लगभग एक सप्ताह पहले ओपीडी इलाज कराने के लिए आयी थी।महिला की बिगड़ती हालात देखने के बाद उसे डॉ उषा कुमारी की यूनिट में भर्ती किया गया भर्ती महिला मरीज की जांच के बाद गुरुवार को ऑपरेशन किया गया।सफल ऑपरेशन पर कॉलेज प्राचार्य डॉ हीरा लाल महतो, अस्पताल अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह, उपाधीक्षक डॉ सरोज कुमार व महिला प्रसूति विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ रेणु रोहतगी ने यूनिट इंचार्ज डॉ उषा कुमारी व ऑपरेशन शामिल चिकित्सकों को बधाई दी है.

पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना

ये इस तरह का पहला मामला नहीं है डाक्टरों की माने तो दरभंगा में पहले भी 40 किलो का ट्यूमर निकाला था।
यूनिट इंचार्ज डॉ उषा कुमारी ने बताया कि दरभंगा मेडिकल कॉलेज में वह 1991 से 1997 के बीच कार्यरत थी।इस दौरान वहां पर एक महिला मरीज के पेट से 40 किलो का ट्यूमर ऑपरेशन कर निकाला था।इसके अलावा लगभग 15 किलो का ट्यूमर बोरिंग रोड शिवपुरी में स्थित निजी नर्सिंग होम में भी महिला मरीज का ऑपरेशन कर निकाल चुकी है।