किसानों की बदलने वाली है तकदीर 37एकड़ की भूमि पर कृषि के बेहतरी के लिए खर्च की जायेगी 65 करोड़ की राशि……

भारत एक कृषि प्रधान देश है। एक न्यूज रिपोर्ट की माने तो भारत की 48% आबादी कृषि पर निर्भर है। भारत में कृषि को और बेहतर करना सरकार का कर्तव्य है। किसान ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2021-22 में देश के जीडीपी में कृषि का योगदान 18.8 प्रतिशत का रहा। कृषि के क्षेत्र को मजबूती प्रदान करने और किसानों की दशा को बेहतर बनाने के लिए राज्य तथा केंद्र दोनो स्तरों की सरकार समय समय पर चिंतन करती हैं और कृषि के क्षेत्र को और उत्तम बनाने का प्रयास करती हैं।

राज्य सरकार के एक नए फैसले के बाद अब कम दाम पर अनाज बेचने वाले किसानों की तकदीर बदलने वाली है। एक छत के नीचे ही किसानों को आधुनिक सुविधाएं मिलने वाली हैं। बाजार समिति में ग्रेडिंग, पैकेजिंग, क्लिनिंग व सौर्टिग के लिए संरचनाओं का निर्माण होगा। इन सभी का मकसद किसानों को आधुनिक सुविधाएं देने के साथ-साथ उनकी आय को दोगुनी बनाना है। राज्य सरकार ने बिहटा बाजार समिति को आधुनिक बाजार के रूप में विकसित करने का मास्टर प्लान तैयार कर लिया है। 37 एकड़ में बिहटा बाजार समिति को करीब 65 करोड़ राशि से आधुनिकीकरण किया जायेगा।

विक्रम के एसडीओ विरकर ने बताया कि बिहटा बाजार समिति को नेशनल एग्रीकल्चर मार्केटिंग (इएनएएम) से जोड़ा जायेगा। जिससे यहां के किसान अपना अनाज देश स्तर पर बेच सकेंगे। देश स्तर पर होने वाले कृषि टेंडर में यहां के किसान सीधा भाग ले सकेंगे। जिससे किसानों को अपने उत्पाद का बेहतर मूल्य मिल सकेगा।


उन्होंने बताया कि बाजार को इएनएएम से जोड़े जाने के कारण किसान देश के किसी क्षेत्र में कारोबारी से कारोबार कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि बाजार समिति के गेट पर ही कंप्यूटरीकृत इंट्री मालवाहक वाहन के साथ माल का वजन के साथ गुणवत्ता की जांच की जायेगी। जांच के लिए नमूना निकाला जायेगा। जिसकी वीडियोग्राफी और सीसीटीवी में कैद होगी।

व्यापारियों व ग्राहकों के लिए 40 बेडों का होगा गेस्ट हाउस
बाजार समिति में फल मंडी, फूल मंडी, मछली मंडी, सब्जी मंडी समेत अन्य अनाज के लिए आधुनिक तरीके से बनाया जायेगा। साथ ही किसानों का माल खराब नहीं हो इसके लिए कोल्ड स्टोरेज का भी निर्माण कराया जायेगा। दूसरे राज्यों समेत जिलों से व्यापारियों माल आने के बाद उनका माल नहीं बिका तो माल को कोल्ड स्टोरेज में रख देंगे। साथ ही व्यापारियों व ग्राहकों के लिए 40 बेड वाला गेस्ट हाउस का निर्माण कराया जायेगा। साथ ही महिलाओं के लिए भी विश्राम गृह बनाया जायेगा।