विधानसभा चुनाव को लेकर चुनावी मोड में नीतीश कुमार, 28 जनवरी को सभी नेताओं को सीएम देंगे ट्रेनिंग

बिहार विधानसभा चुनाव 2020 को लेकर जेडीयू चुनावी मोड में आ गई है. जल जीवन और हरियाली अभियान पर बनाए गए विश्व रिकॉर्ड मानव श्रृंखला से उत्साहित जेडीयू अभी से ही चुनावी मोड में आ गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 28 जनवरी को एक अणे मार्ग में पार्टी के सांसद, विधायक और विधान पार्षदों को तलब किया है और खुद मुख्यमंत्री इन सभी माननीयों को ट्रेनिंग देंगे

22 और 23 जनवरी को राजगीर में जेडीय नेताओं की ट्रेनिंग

विधानसभा चुनाव को लेकर राजगीर में 22 और 23 जनवरी को जेडीयू नेताओं की ट्रेनिंग होगी. इसके बाद 28 जनवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद सभी माननीयों को ट्रेनिंग देंगे. हालांकि नए साल के शुरूआत में ही जेडीयू ने पोस्टर वार शुरू कर बिहार की जनता को यह संदेश दे दिया था कि विधानसभा चुनाव 2020 किस एजेंडा पर लड़ेगी.

बिहार में एकजुट है एनडीए

हालांकि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के वैशाली की रैली में यह साफ कर दिया था कि बिहार में विधानसभा का चुनाव एक बार फिर नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा जाएगा. इसके बाद से ही नीतीश कुमार विधानसभा के लिए अपना चुनावी एजेंडा तैयार करने में जुट गए है. इससे बीजेपी और जेडीयू में सीएम उम्मीदवार को लेकर चल रहे विवाद भी थम गया है और नीतीश विरोधी नेताओं को गहरा झटका लगा था.

दिल्ली विस में BJP-JDU में तालमेल पर उठाया सवाल

‘CAA & NRC पर अपने विचार को साफ करें नीतीश कुमार’

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जेडीयू  के एक वरिष्ठ नेता और पार्टी महासचिव पवन वर्मा ने दिल्ली चुनाव के लिए भाजपा के साथ पार्टी के गठबंधन पर उनका विरोध किया है। नीतीश कुमार को लिखे गए पत्र में वर्मा ने इस गठबंधन पर सवाल उठाए हैं। मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में पवन वर्मा ने कहा कि वह इस गठबंधन को लेकर बेहद दुविधा में हैं और भाजपा और सीएए-एनपीआर-एनआरसी पर नीतीश कुमार अपने विचार को साफ करें