अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में आतंकी हमला, 32 लोगों की मौत कई लोग घायल, आईएस ने ली जिम्मेदारी

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में हथियारों से लैस 2 आतंकियों ने भीड़ के बीच अंधाधुंध फायरिंग कर दी. इस हमले में 32 लोगों की मौत हो गई और 61 घायल हैं. बाद में सुरक्षाकर्मियों ने दोनों आतंकियों को मार गिराया. इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन आईएस ने ली है.

मजारी की पुण्यतिथि पर आयोजित था कार्यक्रम

अफगानिस्तान के काबुल में शिया हाजरा नेता अब्दुल अली मजारी की पुण्यतिथि पर आयोजित किया गया था, हताहत हुए लोग हिज्ब-ए-वहदत पार्टी के नेता अब्दुल अली मजारी की पहली बरसी पर उन्हें श्रद्धांजलि देने जुटे थे. इसमें शामिल होने वाले ज्यादातर लोग शिया थे. मजारी की इसी दिन तालिबान ने 1995 में हत्या कर दी थी. इस कार्यक्रम में अफगानिस्तान के सीईओ अब्दुल्ला अब्दुल्ला समेत कई दिग्गज नेताओं ने शिरकत की थी. अफगानिस्तान में अब्दुल्ला अब्दुल्ला विपक्ष के नेता भी हैं. पिछले साल राष्ट्रपति चुनाव में उन्होंने अशरफ गनी को कड़ी टक्कर दी थी.

‘अफगानिस्तान की राष्ट्रीय एकता पर प्रहार’

अमेरिका और तालिबान के बीच हुए शांति समझौते के बाद यह सबसे बड़ा आतंकी हमला है. अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने हमले की निंदा की है. अशरफ गनी ने ट्वीट किया- यह हमला अफगानिस्तान की राष्ट्रीय एकता और मानवता पर प्रहार है।

भारत ने हमले की निंदा की

भारत ने भी काबुल में हुए आतंकी हमले की निंदा की है. भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा- अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आतंकवाद के खिलाफ लड़ने के लिए एकजुट होना चाहिए. वहीं संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी हमले की कड़ी निंदा की है.