बिहार के सरकारी स्कूलों में फिर से मिलेंगे मीड डे मील, अभिभावकों को स्कूल में बुला कर अनाज देने का निर्देश

बिहार के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले सभी छात्र और छात्राओं को मई-जून एवं जुलाई महीने के एमडीएम के लिए राशि का भुगतान किया जाएगा. इस संबंध में शिक्षा विभाग ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों को निर्देश जारी किया है. शिक्षा विभाग ने अपने आदेश में कहा है कि कोरोना वायरस को लेकर सरकारी स्कूल मार्च से ही बंद है. ग्रीष्मावकाश में मध्यान भोजन के अंतर्गत मई-जून एवं जुलाई के लिए वर्ग 1 से 5 तक प्रति छात्र को 8 किलोग्राम खाद्यान्न तथा 358 रुपए एवं वर्ग 6 से लेकर 8 तक प्रति छात्र को 12 किलोग्राम खाद्यान्न तथा 563 रू तत्काल दिए जायेंगे.

कक्षावार तिथि निर्धारित कर खाद्यान्न का होगा वितरण

स्कूल में छात्र और छात्राओं के अभिभावक को खाद्यान्य दिया जाएगा तथा बिहार शिक्षा समिति द्वारा बच्चों के अभिभावकों के खाते में डीवीटी के माध्यम से राशि भेजी जाएगी. कोरोना महामारी को देखते हुए छात्र स्कूल नहीं आएंगे बल्कि उनके अभिभावकों को खाद्यान्न दिया जाएगा. विद्यालय में कक्षावार तिथि निर्धारित कर खाद्यान्न का वितरण किया जाएगा.

अभिभावकों को बुला कर अनाज देने का निर्देश

कोरोना महामारी के कारण बंद पड़े स्कलों के लिए 14 मार्च से लेकर 3 मई तक खाद्यान्न मद की राशि 378 करोड़ 70 लाख 20 हजार रू बिहार के सभी सरकारी, अर्ध सरकारी एवं सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों के सभी छात्रों या उनके अभिभावक के खाते में जा चुकी है. सरकारी स्कूल के बच्चों को मीड डे मील का अनाज और पैसा अब जल्द मिलेगा. शिक्षा विभाग ने सभी डीएम, डीईओ और डीपीओ को जारी आदेश में स्कूलों में अभिभावकों को बुला कर अनाज देने का निर्देश दिया गय़ा है.

बता दें कि 14 मार्च से लेकर 3 मई तक अनाज की राशि बिहार के सभी सरकारी -अर्धसरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में पढ़ने वाले सभी छात्रों य़ा फिर उनके अभिभावकों के खाते में ट्रांसफर किए जा चुके