विधानसभा चुनाव में RJD को डिजिटल कैम्पेन मंजूर नहीं, पार्टी ने चुनाव आयोग को भेजा जवाब

बिहार विधान सभा चुनाव में राजद को डिजिटल कैंपेन मंजूर नहीं है। लेकिन  कोरोना संक्रमण के बीच विधानसभा चुनाव को लेकर आयोग लगातार तैयारियों में जुटा हुआ है। चुनाव आयोग में संक्रमण की स्थिति को देखते हुए सभी राजनीतिक दलों से चुनाव प्रचार को वर्चुअल तरीके या फिर डिजिटल कैंपेन के जरिए वोटरों से संपर्क किए जाने पर सुझाव मांगा था।

इसको लेकर राजद ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा है और कहा है कि बिहार में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ते जा रहा है. ऐसे में चुनाव कराना खतरे से खाली नहीं है। राजद के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी की तरफ से मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखा गया है।

कोरोावायरस के कारण कई नेताओं की हूई है मौत

चुनाव आयोग को लिखे पत्र में राजद ने कहा कि बिहार में बीजेपी के अध्यक्ष समेत 75 पार्टी के पदाधिकारी कोरोना संक्रमित पाए गए, जिस वजह से बीजेपी प्रदेश कार्यालय को सील किया गया। यहीं नहीं कोरोावायरस के कारण कई राजनीतिक दलों के नेताओं की मृत्यु हुई है। ऐसे में हम चुनाव आयोग से जानना चाहेंगे कि बढ़ते संक्रमण के आंकड़ों के बीच क्या लोगों को संक्रमण से बचाने के अब तक के प्रयासों से चुनाव आयोग संतुष्ट है? अगर हां तो संतुष्ट होने के कारक और कारण नागरिकों को साझा किए जाएं… ताकि लोग भयमुक्त माहौल में लोकतंत्र के पर्व में शामिल हो सके।

चुनाव आयोग में राजनीतिक दलों से मांगी थी राय

दरअसल चुनाव आयोग में वर्चुअल और डिजिटल कैंपेन को लेकर सभी राजनीतिक दलों से उनकी राय मांगी थी। आज यानी 31 जुलाई को इसकी मियाद खत्म हो रही है। आरजेडी ने 30 जुलाई को ही आयोग को इस बारे में विस्तार से जवाब दिया है। आरजेडी बिहार में कोरोना संक्रमण के आंकड़े डब्ल्यूएचओ की चेतावनी का जिक्र करते हुए कहा है कि अक्टूबर और नवंबर महीने में संक्रमण सबसे ऊंचे स्तर पर होगा। ऐसे में चुनाव आयोग को यह बताना चाहिए कि क्या बिहार में कोरोना की स्थिति भयावह है? अगर हां तो चुनाव कितना आवश्यक है? आरजेडी ने आयोग से पूछा है कि जिंदगी की कीमत पर बस रस्म अदायगी के लिए चुनाव कितना जरूरी है?