कोलकाता हाईकोर्ट ने सीबीआई को सौंपा शेख शाहजहां का केस, बंगाल सरकार से कहा- तुरंत हैंडओवर करिए; ED टीम पर हमले के केस में गिरफ्तार

कलकत्ता हाईकोर्ट ने मंगलवार को शेख शाहजहां का केस CBI को ट्रांसफर कर दिया है। थोड़ी ही देर में शाहजहां को केंद्रीय जांच एजेंसी को सौंप दिया जाएगा।बंगाल सरकार के वकील ने हाईकोर्ट से अपील की कि इस आदेश पर 3 दिन स्टे की मांग की थी, लेकिन हाईकोर्ट ने इससे इनकार कर दिया।

शेख को ED की टीम पर हमले के केस में 29 फरवरी को नॉर्थ 24 परगना के मीनाखान इलाके से गिरफ्तार किया गया था। वह 55 दिन से फरार था। फिलहाल वो अभी 10 दिन की पुलिस रिमांड पर है।कलकत्ता हाईकोर्ट ने कहा कि इस केस से जुड़े सभी कागजात तुरंत पुलिस को सौंप दिए जाएं। 4:30 बजे शाहजहां को भी टीम को सौंप दिया जाए।

29 फरवरी को गिरफ्तारी के तुरंत बाद शेख शाहजहां के वकील जमानत के लिए हाईकोर्ट पहुंचे। कोर्ट ने कहा, “उसे गिरफ्तार ही रहने दो। अगले 10 साल तक ये आदमी आपको बहुत व्यस्त रखेगा। आपको इस केस के अलावा कोई और चीज देखने का मौका नहीं मिलेगा। उसके खिलाफ 42 केस दर्ज हैं। वो फरार भी था। जो कुछ भी आपको चाहिए, आप सोमवार को आइए। हमारे पास उसके लिए कोई सहानुभूति नहीं है।”

शाहजहां शेख की गिरफ्तारी को लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस टीएस शिवज्ञानम ने सोमवार को आदेश दिया था कि पुलिस हर हाल में 4 मार्च को अगली सुनवाई में शाहजहां को कोर्ट में पेश करे। उसकी गिरफ्तारी पर कोई स्टे नहीं है।

कोर्ट ने हैरानी जताई कि संदेशखाली में अत्याचार की घटनाओं की सूचना 4 साल पहले पुलिस को दी गई थी। यौन उत्पीड़न समेत 42 मामले हैं, लेकिन उनमें चार्जशीट दायर करने में चार साल लगा दिए गए।

पश्चिम बंगाल में कोरोना के दौरान कथित तौर पर हुए हजारों करोड़ रुपए के राशन घोटाले में ED ने 5 जनवरी को राज्य में 15 ठिकानों पर छापा मारा था। टीम नॉर्थ 24 परगना जिले के संदेशखाली गांव में शेख शाहजहां और शंकर अध्य के घर भी रेड डालने गई थी। इस दौरान उन पर TMC समर्थकों ने जानलेवा हमला किया था। इसमें तीन अधिकारी घायल हो गए थे। इसके बाद से शाहजहां फरार है। शेख शाहजहां के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है।