डॉ. राम मनोहर लोहिया की 53वीं पुण्यतिथि, सीएम नीतीश कुमार ने लोहिया को शत शत नमन करते हुए दी श्रद्धांजलि

डॉ राम मनोहर लोहिया की 53वीं पुण्यतिथि पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. राम मनोहर लोहिया का जन्म 23 मार्च 1910 को फैजाबाद में हुआ था। उनके पिताजी हीरालाल पेशे से अध्यापक व हृदय से सच्चे राष्ट्रभक्त थे। उनके पिताजी गांधीजी के अनुयायी थे। उनका निधन 12 अक्टूबर 1967 को नई दिल्ली में हुआ था.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक अणे मार्ग स्थित लोक संवाद में डॉ राम मनोहर लोहिया की 53वीं पुण्यतिथि पर उनके तैल चित्र पर माल्यार्पण कर शत शत नमन की और श्रद्धांजलि दी

लोहिया का जन्म 23 मार्च 1910 को फैजाबाद में हुआ था

डॉ. राम मनोहर लोहिया का जन्म 23 मार्च 1910 को फैजाबाद में हुआ था. उनके पिताजी हीरालाल पेशे से अध्यापक व हृदय से सच्चे राष्ट्रभक्त थे. उनके पिताजी गांधीजी के अनुयायी थे. जब वे गांधीजी से मिलने जाते तो राम मनोहर को भी अपने साथ ले जाया करते थे. इसके कारण गांधीजी के विराट व्यक्तित्व का उन पर गहरा असर हुआ. पिताजी के साथ 1918 में अहमदाबाद कांग्रेस अधिवेशन में पहली बार शामिल हुए. बनारस से इंटरमीडिएट और कोलकता से स्नातक तक की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने उच्‍च शिक्षा के लिए लंदन के स्‍थान पर बर्लिन का चुनाव किया था.

जंग-ए-आजादी के लिए अपनी जिंदगी समर्पित कर दी

वहीं जाकर उन्होंने मात्र तीन माह में जर्मन भाषा पर अपनी मजबूत पकड़ बनाकर अपने प्रोफेसर जोम्‍बार्ट को चकित कर दिया। उन्होंने अर्थशास्‍त्र में डॉक्‍टरेट की उपाधि केवल दो वर्षों में ही प्राप्‍त कर ली। जर्मनी में चार साल व्‍यतीत करके, डॉ. लोहिया स्‍वदेश वापस लौटे और किसी सुविधापूर्ण जीवन के स्‍थान पर जंग-ए-आजादी के लिए अपनी जिंदगी समर्पित कर दी।
1933 में मद्रास पहुंचने पर लोहिया गांधीजी के साथ मिलकर देश को आजाद कराने की लड़ाई में शामिल हो गए। इसमें उन्होंने विधिवत रूप से समाजवादी आंदोलन की भावी रूपरेखा पेश की। सन् 1935 में उस समय कांग्रेस के अध्‍यक्ष रहे पंडित नेहरू ने लोहिया को कांग्रेस का महासचिव नियुक्‍त किया।