भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा है उन्होंने कहा, “सबसे बड़े बैंक के चेयरमैन के तौर पर मैं कह रहा हूं… हम कर्ज देने को तैयार हैं, लेकिन ग्राहक कर्ज लेने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। कुमार ने मंगलवार को कहा कि आज ग्राहक जोखिम उठाने और कर्ज लेने से कतरा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बैंक सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रमों (एमएसएमई) क्षेत्र को तीन लाख करोड़ रुपये की ऋण गारंटी योजना को लेकर आशान्वित है। इस योजना के जरिए सरकार ने अप्रत्यक्ष रूप से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में 30,000 करोड़ रुपये डाले हैं।
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की वार्षिक बैठक को संबोधित करते हुए कुमार ने बैंक की जमा रिजर्व बैंक के पास रखने की आलोचनाओं पर कहा, हमारे पास कोष है, लेकिन ऋण की मांग नहीं है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान स्थिति ये है कि बैंकों के पास अपना पैसा रिजर्व बैंक के पास रखने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। वहीं ग्राहकों की बात करें तो वे अभी जोखिम नहीं लेना चाहते हैं।
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