दिल्ली में नही हैं लड़कियां सुरक्षित, जेएनयू की छात्रा को झाड़ियों में खींच किया गया दुष्कर्म का प्रयास, छात्र हुए आक्रोशित।

जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय से सोमवार की रात एक छात्रा को झाड़ियों में खींचकर दुष्कर्म करने के प्रयास का हैरान करने वाला मामला सामने आया है। घटना के समय छात्रा वीसी ऑफिस और रिंग रोड के पास से गुजर रही थी। छात्रा ने जब अपना बचाव करते हुए शोर मचाया तो बाइक सवार आरोपी युवक पीड़ित छात्रा का मोबाइल लेकर फरार हो गया। छात्रा की शिकायत पर वसंत कुंज थाना के पुलिस ने छेड़छाड़ आदि धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दीया है। पर हैरानी की बात यह है कि पुलिस को अभी तक आरोपी का सुराग हाथ नहीं लग पाया है। पुलिस कैंपस के परिसर व गेटों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है।

इस घटना के विरोध में जेएनयू छात्रसंघ के नेतृत्व में छात्रों ने मार्च निकाला। तो वहीं एबीवीपी के छात्रों द्वारा भी विरोध प्रदर्शन तेज हो चुका है। विद्यार्थियों का बड़ा जत्था आरोपी के खिलाफ शीघ्र और कड़ी करवाई की मांग कर रहा है।

दक्षिण-पश्चिमी जिला के पुलिस अधिकारियों के अनुसार, पीड़ित छात्रा जेएनयू से पीएचडी कर रही है। वह जेएनयू कैंपस में एक हॉस्टल में रहती है। उन्होंने बताया कि सोमवार रात करीब 11.45 बजे जेएनयू कैंपस में छात्रा के साथ छेड़छाड़ होने की सूचना मिली थी। सूचना के बाद डीसीपी गौरव शर्मा और वसंत कुंज के एसीपी अजय वेदवाल समेत तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचे। छात्रा ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है है कि वह रात को पूर्वी गेट के पास घूम रही थी, तभी मोटरसाइकिल से एक युवक आया। युवक छात्र से अश्लील बात करने लगा जिसके बाद युवक ने छात्रा से छेड़छाड़ करना शुरू कर दिया । छात्रा ने शिकायत में कहा है कि आरोपी ने उसे झाड़ियों की तरफ खींचा और दुष्कर्म का प्रयास किया। जिसके बाद छात्रा ने अपने बचाव के लिए शोर मचाना शुरू कर दिया। छात्रा के द्वारा हल्ला किए जाने के बाद आरोपी युवक, छात्रा का मोबाइल छीन बाइक से फरार हो गया।

घटना के बाद छात्रा हॉस्टल पहुंची और जेएनयू छात्रसंघ की पूर्व अध्यक्ष आईसी घोष को अपने साथ हुई सारी घटना की जानकारी दी। इसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दी गई। छात्रा की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दीया है। आरोपी युवक को पकड़ने के लिए पुलिस कैंपस व गेटों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। पुलिस गेटों पर तैनात सुरक्षा गार्डों से भी पूछताछ कर रही है। पुलिस उस समय सक्रिय मोबाइल कंपनियों से डंप डाटा भी मंगवाया है। पुलिस की छह टीम आरोपी को पकड़ने के लिए कई जगह दबिश दे रही हैं । लेकिन इसके बाद भी अभी तक पुलिस के हाथ खाली नजर आ रहे हैं। ऐसे में भारत की राजधानी दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सरकार पर बड़ा सवाल उठने लगा है।