राज्य में शराब के कारोबारियों और शराब का सेवन करने वालो में मचा दहशत, एंटी लिकर टास्क फोर्स के गठन से टूटेगी राज्य में शराब माफियाओं की कमर।

बिहार में जहरीली शराब से हुई मौत के बाद राज्य में सरकार की खूब किरकिरी हुई। ऐसे घटनाओं ने विपक्ष को सरकार को घेरने का मौका भी दे डाला। इन घटनाओं के बाद बिहार में शराबबंदी कानून को सफल बनाने के लिए पुलिस महकमा अलर्ट मोड में नजर आ रही है। पटना एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने शराब माफियाओं पर नकेल कसने के लिए ‘एंटी लिकर टास्क फोर्स’ का गठन किया है। यह फोर्स अभियान के तहत अब लगातार कार्रवाई कर रहा है। इसी कड़ी में पटना के पत्रकार नगर थाना क्षेत्र के कई इलाकों में घूम-घूम कर इस टीम ने शराब माफियाओं और शराबियों के खिलाफ अभियान चला रखा है। हालांकि, इस टीम को अभी तक शराब और इससे संबंधित किसी प्रकार की चीजें नहीं मिली हैं।
राजधानी पटना में शराब माफियाओं और शराब पीने वालों पर नकेल कसने के लिए पटना एसएसपी ने 4 से 7 थानों को सेक्टर में विभाजित कर एक एंटी लिकर टास्क फोर्स का गठन किया है। गठन के बाद यह टीम लगातार काम कर रही है। सोमवार को राजेंद्र नगर पुल के नीचे वाले हिस्से और अन्य कई संदिग्ध स्थानों पर एंटी लिकर टास्क फोर्स के द्वारा छापेमारी की गई। पुलिस की इस कार्रवाई से माफियाओं में खलबली मच गई है न सिर्फ शराब के कारोबारी बल्कि शराब का सेवन कर घूमने वाले लोग भी डरे हुए हैं। इस टास्क फोर्स के सेक्टर प्रभारी संदीप सिंह ने बताया कि चिह्नित और संदिग्ध स्थानों पर फोर्स ने छापेमारी की है। इस दौरान कि गई छापेमारी में शराब की खेप बरामद नहीं हुई लेकिन यह टीम घूम-घूमकर लगातार अपना काम करती रहेगी।