अगले साल मैट्रिक परीक्षा को लेकर बिहार बोर्ड का बड़ा फैसला, चुनाव के बाद ऐसे बदल जाएगा पैटर्न

अगले साल यानि 2021 में होने वाली मैट्रिक की परीक्षा को लेकर बिहार बोर्ड ने बड़ा फैसला लिया है। बोर्ड ने तय किया है कि विधानसभा चुनाव के बाद मैट्रिक परीक्षा की तैयारी क्रैश कोर्स के माध्यम से जिले के हाई स्कूलों में शुरू की जाएगी। इस साल दूरदर्शन व स्मार्ट क्लास के माध्यम से मैट्रिक परीक्षा की ऑडियो विजुअल तरीके से बच्चों को गणित, अंग्रेजी, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान आदि विषयों के मॉडल पेपर से तैयारी कराई जाएगी. इसके लिए संबंधित स्कूलों में डीटूएच का कनेक्शन लगाने का काम जल्द शुरू किया जाएगा. माना जा रहा है कि चुनाव के बाद यह काम शुरू हो जाए।

कुछ इस तरह हो गया पूरा प्रोसेस

छात्रों को कंटेंट आधारित डिजिटल माध्यम से मैट्रिक की तैयारी शुरू हो जाएगी. जिले के सभी कोटि के हाई स्कूलों में पहले से ही स्मार्ट क्लास के तहत एलईडी टीवी के अलावा आडियो विजुअल सिस्टम लगाया जा चुका है. डीटूएच के जरिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से उपलब्ध कराए गए कंटेंट का प्रसारण किया जाएगा. जिससे बच्चे इसका लाभ उठा सकेंगे. स्मार्ट क्लास के माध्यम से बच्चों की पढ़ाई 11 बजे से शुरू होने की संभावना है

क्या होंगे इसके फायदे ?

बिहार विद्यालय परीक्षा समितिकी ओर से मैट्रिक की परीक्षा का शिड्यूल पहले ही जारी कर दिया गया है. यह परीक्षा अगले साल फरवरी माह में 17 से 24 तारीख तक जिले में विभिन्न परीक्षा केन्द्रों पर चलेगी. क्रैश कोर्स की पढ़ाई शुरू होने से मैट्रिक परीक्षा के लिए सेंट अप छात्र-छात्राएं बड़ी संख्यां में स्कूलों के स्मार्ट क्लास के माध्यम से परीक्षा की तैयारी कर सकेंगे. डेढ़ घंटे के क्रैश कोर्स में उन्हे मैट्रिक बोर्ड की परीक्षा में किस तरह के सवाल पूछे जाते हैं और उसका जवाब किस तरह दिया जाता है, इसके बारे में बताया जाएगा.