भारत और चीन के बीच जारी तनाव के बीच सोमवार को दोनों देशों के बीच कमांडर स्तर की छठे दौर की बातचीत हुई। यह बैठक 12 घंटे से अधिक चली। बताया जाता है कि इस बैठक में भारत ने पैंगोंग झील और डेपसांग सहित तनाव वाले जगह से चीनी सेना के पीछे हटने की शर्त रखी है। भारत का कहना है कि चूंकि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने भारत की जमीन पर घुसपैठ की कोशिश की है, लिहाजा उसे पहले पीछे हटकर सीमा विवाद मामले में गंभीरता दिखानी होगी।
चीन ने भी भारतीय सेना को पीछे हटने को कहा
पैंगोंग के दक्षिणी छोर की सामरिक रूप से अहम चोटियों पर भारत की बढ़त से तिलमिलाए चीन के कोर कमांडर ने भारतीय सेना को इन इलाकों से पहले हटने को कहा है। दोनों पक्ष सहमत थे कि बातचीत जारी रखते हुए विश्वास बहाली और अप्रैल से पहले की यथास्थिति कायम की जा सकती है। बताया जा रहा है कि बातचीत मंगलवार को भी जारी रह सकती है।
भारत का जोर, पांच सूत्री सहमति का तय समयसीमा में पालन हो
सूत्रों के मुताबिक, बातचीत के दौरान भारतीय पक्ष ने चीनी सेना को तनातनी वाली सभी जगहों से पूरी तरह और जल्द से जल्द पीछे हटने के लिए पांच सूत्री सहमति का पालन करने पर बल दिया है। यह भी कहा है कि इन सहमतियों का पालन तय समयसीमा में होना चाहिए, ताकि चार महीने से ज्यादा वक्त से चले आ रहे गतिरोध को खत्म किया जा सके।
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