नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, सोमवार रात्रि नालंदा, बिहार के निकट रिक्टर पैमाने पर 3.5 तीव्रता वाले भूकंप के झटके महसूस किए गए।
भूकंप का केंद्र नालंदा, बिहार से 20 किलोमीटर उत्तरपश्चिम (NW) में था। भूकंप भारतीय समयानुसार 9:23 PM बजे सतह से 5 किलोमीटर की गहराई में आया।
कैसे आता है भूकंप
क्यों आता है भूकंप
ऎसे मापें भूकंप के झटके
भूकंप आने पर होने वाले प्रभाव
भूकंप आने से जान-माल की हानि समेत कई रोग आदि होते हैं। ईमारतें, बांध, पुल आदि पृथ्वी के नाभिकीय ऊर्जा केंद्र को नुकसान पहुंचाते हैं। भूकंप से भूस्खलन व हिम स्खलन होता है, जिनसे पर्वतीय क्षेत्रों में क्षति होती है। इसके अलावा बिजली के तार टूटने से आग लग सकती है वहीं भूकंप से समुद्र के भीतर सुनामी आ सकती है। भूकंप से बांध टूटने पर बाढ़ आ सकती है।
1. भूकंप के वक्त अगर आप घर से बाहर हो तो ऊंची इमारतों और बिजली के खंभों से दूर रहें।
2. अगर गाड़ी चला रहे हो तो उसे रोक लें और गाड़ी से बाहर ना निकलें. कोशिश करें कि किसी पुल या फ्लाइओवर पर गाड़ी खड़ी ना करें।
3. भूकंप के समय अगर आप घर में हो तो बाहर ना निकलें।
4. अगर आप भूकंप के वक्त मलबे में दब जाएं तो माचिस बिल्कुल ना जलाएं इससे गैस लीक होने की वजह से आग लगने का खतरा हो सकता है।
5. भूकंप आने पर घर में हो तो चले या दौड़ें नहीं सही जगह ढूंढे और बैठ जाएं।
6. घर के किसी कोने में चले जाएं और कांच, खिड़कियों, दरवाज़ों और दीवारों से दूर रहें।
7. लिफ्ट के इस्तेमाल बचें और कमज़ोर सीढ़ियों का इस्तेमाल न करें. क्योंकि लिफ्ट और सीढ़ियां दोनों ही टूट सकती हैं।
8. भूकंप में अगर मलबे में दब जाएं तो ज़्यादा हिले नहीं और धूल ना उड़ाएं. आपके आप-पास जो चीज़ मौजूद हो उसी से अपनी मौजूदगी जताएं।
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