गंगा नदी में वाराणसी से डिब्रूगढ़ तक सैलानियों को घुमाने निकला गंगा विलास क्रूज सोमवार सुबह बिहार के सारण में डोरीगंज के पास गाद में अटकने के कारण किनारे तक नहीं पहुंच सका… पानी कम रहने के कारण क्रूज तट से दूर ही अटक गया…

वहीं लंगर लगाकर छोटे जहाजों के सहारे सैलानियों को सारण जिले के चिरांद तक लाकर महत्वपूर्ण पुरातात्विक स्थलों का भ्रमण कराया गया। क्रूज पर सवार सैलानियों को चिरांद का भी भ्रमण करना था और इसकी तैयारियां भी थीं, लेकिन तट से कुछ दूर पहले गाद के कारण यह अटक गया था। बिहार में गंगा तटों पर यह आगे की यात्रा के दौरान भी होने की आशंका है, क्योंकि ज्यादातर जगह किनारे तक क्रूज के हिसाब से गहरा पानी नहीं है।

पहले से थी पूरी तैयारी, अफवाह से बढ़ी परेशानी…

चिरांद में जहां तट से पहले कम पानी के कारण क्रूज अटका, वहां छोटे जहाजों की व्यवस्था रखी गई थी। क्रूज के मुताबिक पानी होगा या नहीं, इसी अनुमान को देखते हुए जहाज तैनात थे। जब क्रूज उस जगह को पार नहीं कर सका तो करीब 800 मीटर दूर छोटे जहाज भेजकर सैलानियों को उसके जरिए तट तक लाया गया। इस बीच अफवाह के कारण थोड़ी अफरातफरी जरूर रही, लेकिन सैलानियों के स्वागत की तैयारी में फूल-माला लेकर खड़े लोग और ढोल-बाजा वाले परेशान नहीं हुए।

जैसे ही छोटा जहाज देशी-विदेशी सैलानियों को लेकर उतरा, फूलों की वर्षा कर सभी सैलानियों का स्वागत हुआ। ढोल-बाजे के बीच अधिकारियों ने बुके देर सैलानियों का स्वागत किया। बाद में सैलानी चिरांद के पुरातात्विक स्थलों केा देखने के लिए पैदल निकले। विदेशी सैलानियों ने गांव वालों के साथ यादगार तस्वीरें भी लीं। इस दरम्यान हजारों की संख्या में स्थानीय लोग मोबाइल से इस पल के साक्ष्य को कैमरे में कैद करते नजर आए।