भारत में हिंदुओं का मजाक उड़ाना क्यों है इतना आसान, वाह रे़ धर्म निरपेक्षता का दोहरा मापदंड।

भीलवाडा जिले के आसींद क्षेत्र की रूपपुरा के सरकारी स्कूल के विद्यार्थियों को हिंदू धर्म को नीचा दिखाने वाली किताबो का वितरण किया गया है। विवादित किताब बांटने के मामले में रूपपुरा के सरकारी स्कूल की महिला टीचर निर्मला कामड़ को आसींद पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार किया है।

हैरत की बात तो यह है की ऐसे घिनौने काम के बाद भी निर्मला के मामले में उसके समर्थन में लगातार कई संगठनों की ओर से शुक्रवार को ज्ञापन भी दिया गया। ऐसे संगठनों को शर्म आनी चाहिए जो गलत का साथ देने से बाज नहीं आते। ये सनातन धर्म की महानता ही है कि हमारे खिलाफ जहर की भाषा प्रयोग करने के बाद भी आप देश में सुरक्षित हो। संविधान अभिव्यक्ति की आजादी देता है पर ये आजादी तभी तक होता है जब तक किसी के आजादी का हनन ना हो और एक शिक्षक को धर्म की राजनीति करना आखिर कहां तक शोभा देता है।



आसींद थाना अधिकारी हरीश सांखला ने बताया कि 2 मार्च को आसींद क्षेत्र के राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल रूपपुरा में छात्रों को विवादित किताब बांटने के मामले ने तूल पकड़ लिया था। रूपपुरा के लोगों ने सामूहिक रूप से आसींद थाने में महिला टीचर के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था। पुलिस ने ग्राम वासियों की रिपोर्ट पर महिला टीचर पर लगे आरोपों की जांच के बाद शनिवार को महिला आसींद निवासी टीचर निर्मला कामड़ आसींद को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां कोर्ट ने टीचर को जेल भेजने के आदेश दिए हैं। यहां उनके जमानत आवेदन को भी कोर्ट ने खारिज कर दिया है।

उल्लेखनीय है कि 2 मार्च को रूपपुरा के स्कूल में ग्रामीणों ने महिला टीचर द्वारा छात्रों को हिंदू धर्म को कलंक कहने वाला किताब बांटने के मामले को लेकर प्रदर्शन किया था। जिसके बाद महिला टीचर के समर्थन में कई संगठनों ने आसींद उपखंड कार्यालय पर प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया। ऐसे लोगो को शर्म आनी चाहिए जब अपने धर्म का मजाक उड़ता है तो एक विशेष धर्म के लोग जान मारने तक उतारू हो जाते हैं। कार्टून प्रसारित करने पर आप इंसानों की जान ले लेते हो और दूसरे धर्मों का मजाक उड़ाने में आपको मजा आता है। शर्म आना चाहिए ऐसे व्यक्तियों को जो धर्म निरपेक्षता के नाम पर धर्म की राजनीति का समर्थन करते हैं और बारी जब उनके धर्म की आती है तो उन्हें मिर्ची लगने लगती है।

इस मामले में विश्व हिंदू परिषद ने गुरुवार को उपखंड कार्यालय पर प्रदर्शन कर महिला टीचर को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की है। शुक्रवार को विभिन्न दलित संगठन महिला टीचर के समर्थन में उपखंड कार्यालय पर प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा था।

भारत की जनसंख्या में हिंदुओं का प्रतिशत 79.8% है। इसके बावजूद भी आप हिन्दू धर्म के खिलाफ बोलकर बचे रहते हो। यही हिंदू धर्म के महानता का परिचय है। जो हमे अहिंसा से रहना सिखाता है। कलंक तो वैसे धर्म है जो मानव के हत्या और हिंसा के उपदेश देते हैं। पर अब चुप रहने का वक्त नहीं है। हिंदुओ को अपने हक की खातिर एक बार फिर से उठ खड़ा होना होगा और पूरे विश्व को बताना होगा कि हम तभी तक धैर्यवान रहेंगे जब तक हमारे अधिकारों का हनन या आस्था के साथ खिलवाड़ नहीं होता। अगर विश्व का कोई भी हमारे धर्म और आस्था का मजाक उड़ाता है तो उसे उचित दंड भुगतना ही होगा।