देश में जारी लॉकडाउन के कारण प्रवासी मजदूरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कई मजदूर दूसरे राज्यों से अपने घर जाने के लिए पैदल ही निकल चुके हैं. इस बीच उत्तर प्रदेश में मजदूरों के लिए बसें चलाए जाने के मामले पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला अभी भी जारी है.
बस को लेकर सियासी संग्राम जारी
लॉकडाउन में फंसे मजदूरों की घर वापसी के लिए 1000 बसें चलाने की पेशकश के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच सियासी संग्राम जारी है. इस बीच कांग्रेस कार्यकर्ता तकरीबन 100 बस लेकर नोएडा पहुंचे. साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बसों को आगे न ले जाने देने का आरोप लगाया हैहै।
प्रियंका गांधी के निजी सचिव ने फिर से लिखा पत्र
प्रियंका गांधी के निजी सचिव संदीप सिंह ने उत्तर प्रदेश सरकार में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी को फिर से पत्र लिखा है. इस बार पत्र से अवगत कराया गया है कि वो बसों के साथ बुधवार की शाम तक उत्तर प्रदेश बॉर्डर पर ही मौजूद रहेंगे.भेजे पत्र में कहा, मजदूर यूपी की सीमाओं पर हैं। खाली बसें लखनऊ भेजना संसाधनों की बर्बादी और अमानवीयता है। गाजियाबाद और नोएडा बॉर्डर से बसों को चलने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्ति करें
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