राजनीति से कहां सन्यास ले रहे नीतीश कुमार ? JDU ने कहा ‘यह मेरा अंतिम चुनाव है’ वाले बयान का गलत आशय निकाला जा रहा है

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा गुरूवार को पूर्णिया के धमदाहा में ‘यह मेरा अंतिम चुनाव है’ वाले बयान देने के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गयी है। आपको याद होगा कि धमदाहा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि ‘यह मेरा अंतिम चुनाव है। अंत भला तो सब भला।’ इसके बाद राजनीति से उनके सन्यास लेने की सुर्खियां तैरने लगी। लेकिन जदयू ने उनके इस बयान का आशय स्पष्ट कर दिया है। पार्टी ने साफ तौर पर कहा कि उनके बयान का आशय राजनीतिक संन्यास लेना नहीं है।

राजनीति करने वाले कभी रिटायर नहीं होते : बशिष्ठ

इस बीच जदयू के प्रदेश अध्यक्ष बशिष्ठ नारायण सिंह ने गुरुवार देर शाम स्पष्ट किया कि नीतीश कुमार के वक्तव्य का मतलब राजनीति से संन्यास लेना नहीं है। राजनीति करने वाले और सामाजिक जीवन में काम करने वाले लोग कभी रिटायर नहीं होते. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के वक्तव्य को लोगों ने ठीक से नहीं सुना है। नीतीश कुमार चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. ऐसे में अंतिम चुनाव है, वह ऐसा कैसे कह सकते हैं? साथ ही अंत भला तो सब भला जो उन्होंने कहा, वह इस चुनाव के अंतिम प्रचार अभियान और अंतिम भाषण के बारे में कहा।