बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और कांग्रेस पार्टी की यात्रा को लेकर पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने जमकर हमला बोला….

यात्रा से ठीक पहले सुशील कुमार मोदी ने बड़ा दावा करते हुए कहा है कि यह महागठबंधन की सरकार बहुत दिनों तक चलने वाली नहीं है। सुशील मोदी ने कहा कि दो नहीं बिहार में तीन यात्रा होगी। प्रशांत किशोर भी यात्रा पर हैं और नीतीश कुमार भी यात्रा पर हैं। कांग्रेस की अलग यात्रा निकल रही है। लेकिन, यह तय है कि यह नीतीश कुमार की अंतिम यात्रा है।

सुशील मोदी ने कहा, कांग्रेस की यात्रा में कोई दम नहीं है। मुर्दे में कितना भी जान फूंक ले उससे कोई फायदा नहीं होगा। नीतीश कुमार अपनी गद्दी बचाने के लिए यात्रा कर रहे हैं। यह उनकी अंतिम यात्रा है। आरजेडी और जदयू में चूहा बिल्ली का खेल शुरू हो चुका है। लालू यादव को मालूम है कि तीन बार पहले भी नीतीश कुमार ने धोखा चुके हैं और चौथी बार धोखा देने की तैयारी चल रही है। नीतीश जी 13-14 यात्राएं कर चुके हैं और आज तक उन्हें जनता की समस्या ही पता नहीं चल पाई है तो वह उसका समाधान क्या करेंगे।

सुशील मोदी ने कहा कि सुधाकर सिंह पर आज तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई। बीजेपी में राजीव रंजन जो पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष थे उनका बयान आया और 24 घंटे में कार्रवाई हुई। सुधाकर सिंह नीतीश कुमार को शिखंडी और रात्रि प्रहरी कह रहे हैं, बावजूद इसके कार्रवाई नहीं हो रही है। यह बयान सुधाकर सिंह का नहीं बल्कि यह लालू यादव का पुराना तरीका है नीतीश कुमार को टाइट रखने के लिए, लालू यादव जल्दी कार्रवाई नहीं करेंगे कुछ दिन और नीतीश कुमार को गाली खिलाएंगे।

2023 बिहार के लिए भारी राजनीतिक उथल-पुथल का साल होगा। बिहार में यह दुर्भाग्य है कि बीएसएससी जैसी परीक्षा का पेपर लीक होता है आज छात्रों पर बर्बरता पूर्ण जिस तरह लाठीचार्ज हुआ यह दुर्भाग्यपूर्ण है। नीतीश कुमार को प्रतिष्ठा का प्रश्न नहीं बनाना चाहिए और बीएसएससी के तीनों पाली की परीक्षा रद्द होनी चाहिए। नीतीश कुमार को छात्रों को बुलाकर समस्या का समाधान करना चाहिए सुशील कुमार मोदी ने एक बार फिर दावा किया है की महागठबंधन चलने वाला नहीं है।

सुशील मोदी ने कहा, यदि नीतीश कुमार ने गद्दी नहीं छोड़ी और तेजस्वी को मुख्यमंत्री नहीं बनाया तो मारकट शुरू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि वैसे भी ‘मारकाट और महाभारत शुरू है, नीतीश कुमार लंबे समय तक किसी के साथ नहीं रह सकते हैं, उन्हें घुटन होने लगती है जल जीवन हरियाली अभियान का राजद के मंत्रियों ने बहिष्कार किया, एसपी डीएम के तबादले में राजद के लोगों से पूछा तक नहीं गया। इसलिए कहा जा सकता है कि जेडीयू और आरजेडी का संबंध तनावपूर्ण चल रहा है और यह बहुत दिन तक नहीं चलने वाला।